इंटेलिजेंस ने किया खुफिया एजेंसियों सचेत,अलर्ट पर अधिकारी
आंदोलन के दौरान सोनीपत व पानीपत के बीचअसामाजिक तत्वों द्वारा पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने संबंधी वीडियो वायरल होने के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल के लिए धमकी भरा पोस्टर जारी होने की खबरें सामने आई हैं। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के इशारे पर चलने वाले आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नु ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल को धमकी दी है। इंटेलिजेंस ब्यूरो (आइबी) की ओर से इस बारे में हरियाणा की खुफिया एजेंसियों को न केवल सूचना दे दी गई है,बल्कि उन्हेंं सतर्क भी कर दिया गया है। हालांकि राज्य की खुफिया एजेंसियों ने आइबी की ओर से ऐसी कोई सूचना रिकार्ड में आने से इन्कार किया है। हरियाणा के डीजीपी मनोज यादव ने इन सूचनाओं पर किसी तरह की टिप्पणी नहीं की,लेकिन अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) नवदीप सिंह विर्क ने इन्हें हाल फिलहाल तक अफवाह तथा शरारती तत्वों की कारस्तानी करार दिया है। इसके बावजूद सीआइडी प्रमुख आलोक मित्तल किसी भी तरह की सूचना को हल्के में नहीं ले रहे और उन्होंने मुख्यमंत्री के सुरक्षा घेरे की समीक्षा शुरू कर दी है।सूत्रों का कहना है कि आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नु की भारत में कोई गतिविधियां नहीं हैं। वह भारत से बाहर रहकर अपनी गतिविधियां चला रहा है। उसका मकसद खौफ पैदा करना है, जिससे किसी को घबराने की जरूरत नहीं है। बता दें कि प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन एसजेएफ के चीफ की ओर से एक पोस्टर जारी किया गया है, जिसमें लिखा है कि मनोहर लाल का वारंट जारी किया जाए। केंद्र सरकार ने कुछ दिन पहले ही सिख फार जस्टिस के अध्य्क्ष गुरपतवंत पन्नु को आतंकवादी घोषित किया है। इसकी गैरकानूनी गतिविधियों की जांच फिलहाल एनआइए कर रही है। पन्नु खालिस्तान के समर्थन में पिछले काफी समय से भारत में अलग–अलग जगहों पर फोन कर रहा है। यह फोन काल रिकार्डेड होती है,जिसे हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज भी सुन चुके हैं और उन्होंने ऐसे फोन काल का कड़ा संज्ञान लेते हुए पुलिस अधिकारियों को मुस्तैद रहने के लिए कह रखा है। गुरपतवंत सिंह भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियों का संचालन कर रहा है। वह विदेश से रिर्काडेड काल करता है और खालिस्तान की बात कहता है। हरियाणा में जब किसान आंदोलन शुरू ही हुआ था,तब भी उसके फोन लोगों के फोन पर आए और हरियाणा के अधिकारियों को उसने रिकार्डेड काल में धमकी दी कि वह आंदोलनकारी किसानों को तंग न करें और उन्हेंं दिल्ली जाने दें अन्यथा अपना अंजाम भुगत लें।
सिमरजीत बैंस के पीए ने नारे लगाए जाने की बात मानी—-
पाकिस्तान जिंदाबाद के नारों के संबंध में जब बैंस से बात करने का प्रयास किया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। उनके पीए मनिंदर सिंह मनी ने माना है कि जब वे सोनीपत शहर के पास से गुजर रहे थे तो भीड़ में किसी एक शख्स ने ऐसे नारे लगाए थे। दूसरी तरफ सोनीपत के एसएसपी जश्नदीप सिंह रंधावा ने बातचीत में कहा कि उनकी जानकारी में ऐसा मामला नहीं है। फिर भी वह देख रहे हैं कि ये वीडियो कहां का है। सोनीपत के एएसपी उदय सिंह मीणा का कहना है कि जब बैंस हल्दाना बार्डर पर आए थे,उस समय वह मौके पर मौजूद थे। इस तरह की नारेबाजी जैसा मामला उनके संज्ञान में नहीं है।
भाजपा ने कहा अब तो समझ जाइये–
किसके इशारे पर हो रहा खेल—
दूसार ओर,पंजाब से होकर हरियाणा पहुंचे किसान आंदोलन के दौरान पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगने को भाजपा ने बेहद गंभीरता से लिया है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि किसानों के आंदोलन को ढाल बनाकर कुछ अतिवादी किस्म के लोग अपने मंसूबे पूरे करना चाहते हैं। यह न तो किसानों के लिए उचित है और न ही देश–प्रदेश के किसी व्यक्ति के हित में है। धनखड़ ने कहा कि इस वीडियो क्लीपिंग से स्पष्ट हो जाता है कि आंदोलन किन हाथों में चला गया है और कहां से कैसे संचालित हो रहा है। धनखड़ ने कहा कि किसानों को अपनी बात कहने का हक है। हमें इस पर ऐतराज नहीं है। तीनों कृषि कानून किसानों के हक में हैं, लेकिन पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस आंदोलन को हवा दी है। यह आंदोलन अब इस मोड़ पर आ गया कि अराजक तथा असामाजिक तत्वों ने इसे जकड़ लिया है। पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगना इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। धनखड़ ने कहा कि किसानों की बात सुनी जा रही है। वे गलतफहमी का शिकार हैं। कांग्रेस उन्हें बरगलाने का काम कर रही है। इस आंदोलन की आड़ में जो अतिवादी किस्म के लोग अपने हित साधना चाहते हैं, उनसे किसान संगठनों के साथ–साथ बाकी लोगों को भी सचेत रहने की जरूरत है। उन्होंने इस बात से भी इन्कार नहीं किया कि इन अतिवादी लोगों को कैप्टन अमरिंदर सिंह अपनी मूक सहमति दे रहे हैं।