ई रिक्शा के बाद अब ई साइकिल, पर्यावरण सुरक्षित, आमजन की परेशानी भी खत्म
रणघोष अपडेट. रेवाड़ी
गांव बालावास अहीर निवासी मैकेनिकल इंजीनियर विकास यादव ने इलैक्ट्रानिक्स वाहनों के क्षेत्र में एक ओर नया शानदार प्रयोग करते हुए ई साइकिल को लांच किया है। इस साइकिल की प्रतिदिन 50 किमी की रेंज है। 30 हजार रुपए के करीब इसका मूल्य तय हुआ है। विकास यादव के सभी इलैक्ट्रानिक्स वाहनों की खास बात यह है कि उन पर पैडल जरूर लगा हुआ है। इन वाहनों की स्पीड 25 किमी प्रति घंटा है। इससे छोटे छोटे व्यवसाय मिल्क डिलीवरी, फ्रूटस, आइसक्रीम, डिलीवरी, कार्गो, कुल्फी समेत अनेक व्यवसायों में ये वाहन बेहद ही किफायती साबित हो रहे हैं। इतना ही नहीं ई बाइक से मेडिसन, अखबार वितरण जैसे जरूरी रूटीन के कार्यों में तेजी लाई जा सकती है। विकास यादव का WeR ev से एमएसएमई में स्टार्टअप रजिर्स्ड है। पिछले 16 सालों से इस क्षेत्र में काम करते हुए विकास यादव की टीम की तरफ से तैयार किए गए 23 छोटे वाहन सड़कों पर दौड़ रहे हैं। यहां तक की झारखंड के धनबाद शहर तक पहुंच गए हैं। इससे पूर्व विकास ऑटो इंडस्ट्री, बैटरी मैन्यूक्चरिंग, इलैक्ट्रानिक्स- कैमिकल इंडस्ट्रीज क्षेत्र में अपनी सेवाएं देते हुए जापान, थाइलैंड, दक्षिण कोरिया, चाइना एवं ताइवान देशों का दौरा कर चुके हैं। विकास का दावा है कि इन वाहनों के उपयोग करने वालों के अपने व्यवसाय की आर्थिक लागत बहुत कम हो जाती है। इस वाहन की 25 पैसे प्रति किमी लागत आती है। साथ ही यह पर्यावरण के बचाए एवं बनाए रखने में बेहद ही महत्वपूर्ण है जिस पर सरकार ने पूरी ताकत लगा रखी है। गर्व करने वाली बात यह है कि मेड इन इंडिया एवं लोकल इज वोकल का विजन भी साकार हो रहा है। हमारे आगे का प्लान हरियाणा सरकार से मिलकर ग्रामीण क्षेत्रों में स्टार्टअप स्कीम, छोटे उद्योगों को बढ़ावा देकर ग्रामीण क्षेत्रों में इस तरह के वाहनों को ज्यादा से ज्यादा आमजन की पहुंच तक पहुंचाना है। इससे ना केवल बेरोजगारी खत्म होगी साथ ही हम स्वच्छ एवं पर्यावरण से परिपूर्ण माहौल को बेहतर बना पाएंगे। साथ ही देश की आर्थिक व्यवस्था को लेकर किए जा रहे प्रयासों को भी ताकत मिलेगी। विकास यादव के पिता सेना से रिटायर कैप्टन भोलाराम सामाजिक और राजनीतिक तोर पर केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के समर्थकों में शामिल है। माता कमलेश देवी गृहणि है। विकास यादव ने अपना Autocomp Technology यूटयूब चैनल शुरू किया हुआ है साथ ही www.werev.co.in नाम से साइट है जिस पर जाकर इन वाहनों की बारीकी को समझा जा सकता है।