रणघोष अपडेट. देशभर से
लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित होने के बाद कांग्रेस नेता ने आज शनिवार 25 मार्च को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने अडानी पर तमाम सवाल उठाए और कहा कि वो डरने वाले नहीं हैं और सवाल पूछता रहूंगा। अगर मुझे हमेशा के लिए बैन कर दिया जाए या फिर से बहाल कर दिया जाए, मैं अपना काम करता रहूंगा। मैं पहले भी कई बार कह चुका हूं कि देश में लोकतंत्र पर हमला हो रहा है। इसके उदाहरण हम आए दिन देख रहे हैं। मैंने संसद में पीएम मोदी और अडानी के रिश्तों को लेकर सवाल पूछा।
यह पूरा ड्रामा है जो प्रधान मंत्री को एक साधारण सवाल से बचाने के लिए किया गया है- अडानी की शेल कंपनियों में 20,000 करोड़ रुपये किसके गए? मैं इन धमकियों, अयोग्यताओं या जेल की सजा से डरने वाला नहीं हूं। प्रेस कॉन्फ्रेस मं राहुल गांधी का संबोधन संक्षिप्त रहा लेकिन उन्होंने पत्रकारों के सवालों के जवाब खुल कर दिए। राहुल की इस प्रेस कॉन्फ्रेंस से कांग्रेस पार्टी ने यह भी संकेत दिया है कि वो अडानी और मोदी के रिश्ते को मुख्य मुद्दा बनाए रखेगी। राहुल की प्रेस कॉन्फ्रेस में राजस्थान, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों के अलावा उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा मौजूद थीं। राहुल ने इस मौके पर कहा अडानी पर मेरे अगले भाषण से प्रधानमंत्री डरे हुए हैं और मैंने यह उनकी आंखों में देखा है। इसलिए पहले ध्यान भटकाने की कोशिश की गई और फिर अयोग्य घोषित किया गया। एक पत्रकार ने राहुल से कहा कि जब आपके विदेश में दिए गए भाषण पर बीजेपी माफी की मांग कर रही है। कोर्ट में कहा गया आप माफी क्यों नहीं मांग लेते। राहुल का जवाब जबरदस्त था मैं गांधी हूं। सावरकर नहीं हूं। मैं माफी कैसे मांगूंगा। मुझे जेल में डाल दो। मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। मेरी तपस्या जारी रहेगी। राहुल गांधी से पूछा गया कि सरकार अडानी को इतना संरक्षण क्यों दे रही है, राहुल ने कहा – इस सरकार के लिए देश ही अडानी है और अडानी ही देश है।