कंवर सिंह के चेयरमैन बनने का रास्ता साफ, संदीप बोहरा को मिला दूसरा बड़ा झटका
रणघोष खास. धारूहेड़ा
नगर पालिका धारूहेड़ा के चेयरमैन बने कंवर सिंह अपनी दूसरी लड़ाई भी जीत गए हैं। उनकी दसवीं की मार्क्स सीट को फर्जी बताने को लेकर जो जांच चल रही थी वह उनके पक्ष में चली गई है। हालांकि अधिकारियों ने अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है हरियाणा चुनाव आयोग को भी रिपोर्ट भेजी जा चुकी है। उधर संदीप बोहरा अभी भी यह दावा कर रहे हैं कि कुछ समाचार पत्र आधी अधूरी जानकारी देकर अफवाह फैला रहे हैं। उनकी नजर में दसवीं की मार्क्स सीट भी फर्जी है और बनाने वाला बोर्ड भी नकली है।
शनिवार को जांच अधिकारी कुशल कटारिया ने अपनी जांच डीसी यशेंद्र सिंह को सौंप दी है। रणघोष को मिली पुख्ता जानकारी के अनुसार जांच में कंवर सिंह की मार्क्स सीट को सही पाया गया है। चुनाव में दूसरी पोजीशन पर आने वाले संदीप बोहरा की तरफ से लगाए गए आरोप साबित नहीं हो पाए। बोहरा का दावा था कि बोर्ड ही फर्जी है जबकि केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय की तरफ से जारी एक पत्र के मुताबिक वह मान्यता प्राप्त है।
संदीप बोहरा की राह अब आसान नहीं, अब मीडिया पर भी उठाने लगे उंगली
जांच रिपोर्ट कंवर सिंह के पक्ष में जाने के बाद संदीप बोहरा की आगे की राह आसान नहीं है। 15 जनवरी पहले तक मीडिया में कंवर सिंह की मार्क्स सीट को लेकर संदीप बोहरा के मार्क्स सीट फर्जी होने के दावों को प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया जा रहा था उस समय बोहरा की नजर में मीडिया बेहतर था। जैसे ही 15 जनवरी को कंवर सिंह की मार्क्स सीट को लेकर स्थिति स्पट हुई और उनकी मार्क्स सीट के सही होने का दावा साबित होने की खबर प्रकाशित हुई तो बोहरा मीडिया कवरेज पर ही उंगली उठाने लगे जबकि कंवर सिंह ने कभी मीडिया को लेकर टीका टिप्पणी नहीं की।
संदीप बोहरा बालक बुद्धि है बहक गया था
चेयरमैन कंवर सिंह ने कहा कि संदीप बोहरा अभी नासमझ है। बालक बुद्धि है। किसी के कहने पर बहक गया था। उनके जीवन में कभी बदले की राजनीति की कोई जगह नहीं रही है। उसने जो भी किया इससे धारूहेड़ा की जनता के प्रति भरोसा मजबूत हुआ है। उससे मेरी कोई शिकायत नहीं है। यह उसकी सोच थी मेरा सपना धारूहेड़ा को विकास में मॉडल बनाना है।