सीएसआर के तहत सामाजिक विकासात्मक पहलुओं में सहयोगी बनें औद्योगिक इकाईयां : राव इंद्रजीत सिंह

-केंद्रीय मंत्री की अपील-कंपनी लाभ का दो प्रतिशत सीएसआर के तहत सामाजिक कार्यों पर करें खर्च


रणघोष अपडेट. रेवाड़ी

केंद्रीय योजना, सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) के तहत औद्योगिक इकाईयां सामाजिक विकासात्मक पहलुओं में सहयोगी बनते हुए अपना दायित्व निभाएं। उन्होंने कहा कि निवेशक सरकार व प्रशासन के साथ सामाजिक सहभागिता निभाते हुए जनहित में सकारात्मक भूमिका अदा करें। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह मंगलवार को लोक निर्माण विश्राम गृह में सीएसआर गतिविधियों से संबंधित पहलुओं को लेकर बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में पहुंचने पर डीसी अशोक कुमार गर्ग ने केंद्रीय मंत्री का स्वागत किया। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने बैठक में कंपनी प्रतिनिधियों से सीएसआर कार्यों की समीक्षा की और सामाजिक दायित्व के संबंध में जानकारी प्रदान की। उन्होंने अपील की कि कंपनी को लाभ का दो प्रतिशत सीएसआर के तहत सामाजिक कार्यों पर भी खर्च किया जाना प्रावधान अनुरूप है। उन्होंने कहा कि सीएसआर फंड का सही प्रयोग हो, इसके लिए जिला स्तरीय कमेटी गठित की गई है। उन्होंने कहा कि सीएसआर मद का इस्तेमाल स्वास्थ्य, शिक्षा समेत अन्य क्षेत्रों में प्राथमिकता के साथ किया जाए ताकि आमजन को सीएसआर फंड का लाभ प्रभावी रूप से जनहित में मिल सके। राव इंद्रजीत सिंह ने निर्देश दिए कि सीएसआर पोर्टल पर निरंतर औद्योगिक इकाईयां अपडेट रखें और किसी प्रकार की खामी पोर्टल पर अपग्रेडेशन के दौरान नहीं होनी चाहिए। यदि सीएसआर पोर्टल में कोई खामी पाई जाती है तो संबंधित के विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) के तहत कंपनी सामाजिक प्रक्रियाओं के साथ अपनी व्यावसायिक प्रक्रियाओं को एकीकृत करने के लिए नैतिक और पारदर्शी तरीके से अपने कार्यों का निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि सीएसआर एक ऐसी रचनात्मक अवधारणा है जिसमें निरंतर रूप से अपनी औद्योगिक इकाइयों के क्षेत्रों में और आस-पास रहने वाले लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए लगातार अपनी गतिविधियों को अपग्रेड करने के लिए प्रतिबद्ध रहना होता है। राव इंद्रजीत सिंह ने बताया कि घटता भू जल स्तर चिंता का विषय है, ऐसे में औद्योगिक इकाईयां भू जल स्तर सुधार में प्रशासन की ओर से उठाए जा रहे कदमों में सहयोगी बनें। जल स्तर को ऊपर लाने के लिए बनाई गई योजना में भागीदारी सीएसआर के तहत औद्योगिक इकाइयों द्वारा निभाई जाए। उन्होंने बताया कि गुरूजल प्रतिनिधि को भू जल स्तर को ऊपर उठाने में बनाई गई रूपरेखा के तहत सहयोगी बनाया गया है।

बैठक में डीसी अशोक कुमार गर्ग ने केंद्रीय मंत्री द्वारा रखे गए सुझावों को प्राथमिकता के आधार पर मानते हुए दिए गए निर्देशों की अनुपालन करने का विश्वास दिलाया। बैठक में डीसी अशोक कुमार गर्ग, एडीसी स्वप्निल रविंद्र पाटिल, डीएमसी डा. सुभिता ढाका, एसडीएम रेवाड़ी होशियार सिंह, एसडीएम बावल संजीव कुमार, एसडीएम कोसली जयप्रकाश, डीडीपीओ एचपी बंसल, अध्यक्ष आरसीसीआई विजय कुमार शर्मा, एसपी यादव, अमित यादव, रिपुदमन गुप्ता सहित सीएसआर समिति के सदस्यगण व विभिन्न कंपनी के प्रतिनिधि मौजूद रहे।

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