रणघोष अपडेट. रेवाड़ी
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद रेवाड़ी द्वारा इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय में विरोध प्रदर्शन किया गया। जब विद्यार्थी विश्वविद्यालय में प्रवेश करने लगे तब पुलिस प्रशासन व यूनिवर्सिटी सिक्योरिटी ने उन्हें रोकने की कोशिश की, उनसे 2 घंटे संघर्ष के बाद सभी विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय में जाने दिया गया। वीसी बिल्डिंग के बाहर प्रदर्शन करने के बाद प्रोफेसर एस एस चाहर, एग्जाम कंट्रोलर व रजिस्ट्रार डॉ प्रमोद कुमार विद्यार्थियों से बात करने आए तथा ऑनलाइन एग्जाम कराने की मांग के अलावा सभी मांगो को मानने पर सहमति जताई। परंतु विद्यार्थी ऑनलाइन परीक्षा कराने की मांग पर अड़े रहे। लगातार प्रदर्शन के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन छात्र हित में फैसला लेने पर मजबूर हुआ। विश्वविद्यालय प्रशासन ने यूजी की परीक्षाओं में 2 घंटे में कुल 9 में से 4 प्रश्न की जगह, केवल 3 प्रश्न करने का सुझाव रखा, जिसमें एक अनिवार्य प्रश्न तथा दो कोई भी अन्य प्रश्न विद्यार्थी चुन सकता है। इस पर सभी विद्यार्थियों ने चर्चा करके सहमति जताई तथा विश्वविद्यालय प्रशासन का धन्यवाद किया। इस मौके पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रांत कार्यकारिणी सदस्य विशाल राव, प्रांत मीडिया संयोजक सौरव यादव , एनसीसी संयोजक मोहित कुमार, नगर सह-मंत्री सागर यादव, प्रांत कार्यकारिणी सदस्य सौरभ सैनी, सेवार्थ विद्यार्थी आयाम के जिला संयोजक योगेश भारद्वाज , आशीष, सौरव, अजीत, दीक्षा यादव, सीमा यादव ,शिवानी, व अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।
प्रदर्शन के दौरान विद्यार्थियों ने 9 मांगें रखी।
1. सभी परीक्षाओं में ऑनलाइन व ऑफ़्लाइन माध्यम दोनो दिए जाए ।
2. आंतरिक मूल्यांकन की सूची सभी महाविद्यालयों द्वारा प्रकाशित करने का नोटिस जारी किया जाए।
3. पीएचडी में नेट व जेआरएफ़ को बराबर महत्व दिया जाए।
4. पीएचडी में दाख़िले के लिए एंट्रन्स टेस्ट भी लागू किया जाए।
5. जिन कोर्सेज़ के पेपर हो चुके है उनका तुरंत प्रभाव से परिणाम जारी किया जाए।
6. प्रमोटेड रिज़ल्ट में जिन छात्रों की जो भी समस्या थी उसे तुरंत प्रभाव से ठीक किया जाए।
7. रीअपीर की फ़ीस को पीजी के लिए 700 से बढ़ाकर 1000 किया गया है,उसे वापस 700 किया जाए व जिन विद्यार्थियों ने 1000 फ़ीस भर दी है उसे वापस किया जाए।
8. पेपर का समय तीन घंटे ही रखा जाए व यूजी के लिए पहले जैसा पैटर्न 3+1 व पीजी के लिए 4+1 का ही किया जाए।
9. फ़ाइनल समेस्टर के अलावा सभी परीक्षाओं को अगस्त में कराया जाए।