इंदिरा गाँधी ने इमरजेंसी लगाकर नेताओं को जेल में डाला था ,अब पीएम ने आदर सहित कानून वापसी का ऐलान किया: विज ये भाजपा और कांग्रेस में अंतर है

रणघोष अपडेट. चंडीगढ़ से 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तीनों कृषि कानूनों को वापिस लेने के ऐलान के बाद अब हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने देश मे एमरजेंसी लगाने वाली पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी समेत पूरी कांग्रेस पर कड़ा प्रहार किया है। विज ने तीन कृषि कानूनों की वापसी के ऐलान पर कॉंग्रेस पर जुबानी हमला बोलते हुए कहा कि एक आंदोलन पहले भी हुआ था नेता थे जयप्रकाश नारायण , नारा था संपूर्ण क्रांति और देश में सत्तारूढ़ पार्टी थी कांग्रेस। उस वक्त इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री थी और उन्होंने बात मानने की बजाय 25 जून 1975 को देश में इमरजेंसी लगाकर सारे नेताओं को जेल में डाल दिया था । एक आंदोलन अब हुआ है किसानों का तीन बिलों को लेकर , जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बहुत आदर के साथ तीनों बिलों को वापस लेने की घोषणा कर दी । यह अंतर है कांग्रेस और भाजपा में ।  ऐसा करने से नरेंद्र मोदी  का कद आज और बढ़ गया है । सबको उनकी बात का सम्मान करना चाहिए । मीडिया से बातचीत करते हुए विज यहीं नहीं रुके,विज ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को आड़े हाथों लिया।राहुल और प्रियंका गांधी पर तंज कसते हुए विज ने कहा कि बच्चा कांग्रेस के राहुल और प्रियंका गांधी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिल वापिस करने के बाद चहक रहे हैं , उन्हें सबसे पहले अपनी पार्टी और खानदान का इतिहास जानना चाहिए। विज ने कहा कि इन्हे प्रजातंत्र पर बोलने का क्या अधिकार है , इन्होने कब प्रजातंत्र की लाज रखी है। उन्होंने कहा कि सबको उनकी बात का आदर करना चाहिए , जिन्होंने जनता की बात को मान कर बड़ा उदाहरण पेश किया है।

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