कोरोना: कम जोखिम वाले मरीजों के संपर्क में आने वाले लोगों को टेस्ट कराने की जरूरत नहीं, आईसीएमआर ने जारी की नई गाइडलाइन

देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार इजाफा जारी है। बढ़ते मामलों ने सभी की चिंता बढ़ा दी है। इस बीच कोरोना टेस्टिंग को लेकर केंद्र सरकार ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को कोरोना मरीज के संपर्क में आने के बाद तब तक कोविड टेस्ट की जरूर नहीं है जब तक वह व्यक्ति की पहचान हाई रिस्क वाले व्यक्ति के तौर पर न हो।आईसीएमआर ने कोविड टेस्टिंग  को लेकर एक नई एडवाइजरी जारी की है। जिसके मुताबिक, ज्यादा जोखिम वाले लोगों को ही कोरोना टेस्ट कराना जरूरी है। ज्यादा जोखिम का मतलब उन लोगों से है जिनकी उम्र ज्यादा है, या फिर वे किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हों सिर्फ बुजुर्ग या पहले से किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित हाई रिस्क वाले लोग ही कोरोना मरीज के संपर्क में आने के बाद टेस्ट कराएं।आईसीएमआर  ने सलाह दी है कि अंतर-राज्यीय घरेलू यात्रा करने वाले व्यक्तियों को भी कोरोना की जांच कराने की आवश्यकता नहीं है। कहा गया है कि जांच या तो आरटी-पीसीआर, ट्रूनेट, सीबीएनएएटी, सीआरआईएसपीआर, आरटी-एलएएमपी, रैपिड मॉलिक्यूलर टेस्टिंग सिस्टम्स या रैपिड एंटीजन टेस्ट (आरएटी) के जरिए की जा सकती है।