कोसली पुल भ्रष्टाचार की कहानी, विधायक ने सदन में सुनाई, सरकार को अभी तक सुध नहीं आई

 रणघोष अपडेट. रेवाड़ी. कोसली 

फरवरी 2023 में चल रहे हरियाणा विधानसभा सत्र में कोसली विधायक लक्ष्मण सिंह यादव ने कोसली की सबसे बड़ी सौगात पुल के पांच साल में डैमेज हो जाने खुलासा किया था। विधायक ने यह बताया था कि महज पांच साल में साढ़े 21 करोड़ का पुल जर्जर होकर किसी लायक नहीं रहा। उनका इशारा पुल के निर्माण में घोर लापरवाही व गोलमाल की तरफ था। विधायक ने डंके की चोट पर यहां तक कह दिया कि अगर समय रहते इस पुल की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई ओर नए सिरे से निर्माण नहीं हुआ तो यह उनके लिए फांसी लगने जैसा है। विधायक की इस मांग पर डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने स्पष्ट किया कि पुल बनाने वाली कंपनी को डी बार कर दिया गया है नए पुल के लिए साढ़े  13 करोड़ का बजट स्वीकृत कर दिया है। 2024 में यह बनकर तैयार हो जाएगा। अब यहां सवाल यह है कि कांग्रेस सरकार में बनाए गए इस पुल का इतनी जल्दी डैमेज होना ओर जवाबदेह अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं होना  सरकार पर कई सवाल खड़े कर रहा है। साथ ही कंपनी को महज डी बार करके खानापूर्ति करना भी दाल में काला की तरफ साफ इशारा है। वर्तमान में इस पुल के पुराने निर्माण को तोड़ा जा रहा है। कम से कम इसे बनने में एक साल का समय लगेगा। यह पुल एक तरह से कोसली में बेहतर आवगमन के लिए सेतु का काम करता है। पुल के निर्माण का उदघाटन 2012 में हुआ था और 2017 में जगह जगह  से डैमेज होने पर पीडब्ल्यूडी विभाग ने 62 लाख रुपए लगाकर सीआरआई नई दिल्ली से इसकी रिपोर्ट तैयार कराई थी जिसमें इसे पूरी तरह से डैमेज घोषित कर दिया था। पुल के बंद होने से  कोसली की जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। 2019 में विधायक बनने के बाद लक्ष्मण यादव लगातार तीन सालों से सदन में पुल की मांग को उठाते रहे लेकिन कार्यवाई के नाम पर खानापूर्ति होती रही। फरवरी 2023 में सदन की कार्रवाई में विधायक ने जमकर अपनी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि उनकी हालत उस महिला की तरह बना दी गई है जिसका पति होते हुए भी वह पेंशन विभाग से विधवा पेंशन बनवा रही है। महिला को पता है कि जब तक पेंशन बनकर आएगी उसका पति चल बसा होगा। लक्ष्मण यादव ने कहा कि अगर यह पुल उनके कार्यकाल में नहीं बना तो उन्हें जनप्रतिनिधि होने पर कोई गर्व नहीं रहेगा। कोसली में इस पुल को लेकर उनके फांसी लगी हुई है। इतना सबकुछ कहने के बाद डिप्टी सीएम को कहना पड़ा कि ऐसा नहीं होगा। किसी भी सूरत में देरी नहीं होगी। पुल का कार्य शुरू हो गया लेकिन पुराने पुल में बरती गई कोताही व निर्माण के नाम पर हुए घोटाले पर अभी तक पर्दा डला हुआ है। कमाल की बात यह है कि कोसली में विधायक के अलावा कोई विपक्षी नेता इसलिए इस मामले को नहीं उठा रहा है वजह यह पुल कांग्रेस सरकार में तैयार हुआ था।

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