एसडीएम कुशल कटारिया ने कहा कि गर्भवती महिलाओं को चिकित्सकों से परामर्श दिलाकर उनका निशुल्क ईलाज कराना प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का मुख्य उद्देश्य गर्भवती महिलाएं स्वास्थ्य विभाग और महिला बाल विकास विभाग के माध्यम से अपना पंजीकरण कराकर इस योजना का लाभ उठाएं। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को योजना के अनुरुप पोषण सामग्री भी आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से प्रदान की जाती है, जिससे गर्भवती महिलाओं को प्रसव के दौरान किसी प्रकार की परेशानी नहीं उठानी पड़े। ऐसी महिलाओं की समय-समय पर जांच की जाती है, ताकि डिलिवरी के समय जच्चा व बच्चा स्वस्थ रहे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को आंगनवाडी केंद्र और स्वास्थ्य केंद्रों पर अपना पंजीकरण करवाना बहुत जरुरी है। पंजीकरण कराने के उपरांत ही ऐसी महिलाओं को एक हजार रुपये की राशि प्रोतसाहन स्वरूप दी जाती है, जबकि 180 दिनों में एक बार चिकित्सकों से जांच कराने उपरांत दो हजार रुपये और बच्चे को जन्म देने उपरांत सभी प्रकार के टीेकाकरण के बाद दो हजार रुपये की राशि प्रदान की जाती है। उन्होंने बताया कि नाहड़ खंड में इस योजना के तहत चालु वित वर्ष के दौरान 593 गर्भवती महिलाओं ने पंजीकरण कराया है। उन्होंने बताया कि इस योजना के ज्यादा से ज्यादा गर्भवती महिलाओं को लाभ उठाना चाहिए।