मुख्यमंत्री मनोहर लाल के निर्देशानुसार पत्रकारों को फ्रंटलाइन वर्कर मानते हुए कोविड-19 से बचाव के लिए आज जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी उषा रानी के मार्गदर्शन में लघु सचिवालय महेंद्रगढ में स्थित एआईपीआरओ ऑफिस में पत्रकारों के लिए कोविड-19 टीकाकरण कैंप का आयोजन किया गया। कैंप में 38 पत्रकारों व एआईपीआरओ ऑफिस के कर्मचारियों का टीकाकरण किया गया। स्वास्थ्य विभाग की ओर से आयोजित इस टीकाकरण अभियान में पत्रकारों, छायाकारों तथा एआईपीआरओ ऑफिस में कार्यरत कर्मचारियों को कोरोना की पहली डोज लगाई गई।मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अशोक कुमार के दिशा निर्देश पर टीका लगाने के लिए डॉ. प्रदीप यादव, एमपीएचडब्ल्यू सरोज देवी, कंप्यूटर ऑपरेटर विक्की आदि 3 सदस्यों की टीम गठित की गई जो टीकाकरण के बाद भी आधे घंटे तक लाभार्थी का ऑब्जरवेशन करती रही व उनको टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित किया और बताया कि टीकाकरण के बाद भी मास्क लगाकर रखें व सामाजिक दूरी का पालन करें। इस मौके पर डीआईपीआरओ उषा रानी ने कहा कि लोगों को समुचित व सही जानकारी देना ही इस महामारी से लड़ने का सशक्त हथियार है। जिले के सभी पत्रकार इस संबंध में लगातार लोगों को जागरूक कर रहे हैं। पत्रकारों को फील्ड में रहकर कार्य करना होता है इसलिए सरकार ने पत्रकारों को फ्रंट लाइन वर्कर मानते हुए कोविड-19 से बचाव की डोज दी जा रही है। उन्होंने कहा कि ऐसे दौर में लोगों को जागरूक रखने की सबसे बड़ी जिम्मेदारी मीडिया की होती है। इस जिम्मेदारी को मीडिया बखूबी निभा रहा है। इस मौके पर सूचना केंद्र सहायक संदीप ने कहा कि लोग कोविड-19 वैक्सीनेशन की अफवाहों पर ध्यान ना दें। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वे कोविन डॉट जीओवी डॉट इन पर कोविड-19 वैक्सीनेशन के लिए अपना पंजीकरण कराएं तथा अपना नंबर आने पर वैक्सीनेशन जरूर कराएं। कोविड-19 वैक्सीनेशन करवाने के बाद भी सरकार द्वारा जारी हिदायतों का पालन करें।