रणघोष अपडेट. नारनौल. रामचंद्र सैनी
महेंद्रगढ़ हल्के के कांग्रेस के विधायक राव दानसिंह के एक बयान पर अपनी सहज प्रतिक्रिया देते हुए नांगल चौधरी के विधायक डॉ अभय सिंह यादव ने कहा कि विकास की सीमाएं किसी व्यक्ति या हल्के में बांधी नहीं जा सकती। विकास एक सतत् एवं समग्र प्रक्रिया है। नारनौल- महेंद्रगढ़- दादरी सड़क एक ऐसी सड़क है जो न केवल महेंद्रगढ़ जिले के लिए महत्वपूर्ण है, अपितु देश के उत्तर , पश्चिम और दक्षिण के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी है। विषय को स्पष्ट करते हुए डॉ यादव ने कहा कि विकास सत्ताधारी सरकार करवाती है और इसलिए उसका श्रेय भी उसी सरकार को जाना तय है। 2014 में जब यह सरकार सत्ता में आई उस समय नारनौल- दादरी सड़क की दुर्दशा सभी को याद है। सरकार ने आते ही इस सड़क का पुनर्निर्माण करवाया एवं इसके बाद 2015 में इस सड़क को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करवाया। डॉक्टर यादव ने कहा कि यह सरकारी रिकॉर्ड की बात है कि 2015 में नारनौल रेवाड़ी रोड नेशनल हाईवे घोषित होने के उपरांत इस सड़क को भी नेशनल हाईवे घोषित करने के लिए तत्कालीन पीडब्ल्यूडी मन्त्री राव नरबीर सिंह के आग्रह पर माननीय मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने तत्कालीन भूतल परिवहन मंत्री को पत्र लिखा था। उस पत्र के जवाब में इस सड़क की स्वीकृति प्राप्त हुई थी।
तदोपरांत अतिरिक्त जमीन अधिकृत की गई एवं राष्ट्रीय राजमार्ग 148बी का राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा निर्माण प्रारम्भ करवाया । इसी दौरान ग्रीन फील्ड नेशनल हाईवे 152डी का काम प्रारंभ हो गया तथा इन दोनों सड़कों के बीच दूरी कम होने की वजह से इस भाग को वापिस राज्य सरकार को सौंप दिया गया। यद्यपि सांसद चौधरी धर्मवीर ने इस सड़क को राष्ट्रीय राजमार्ग ही रखने के लिए काफी प्रयास किए और उन्होंने इस विषय में भूतल परिवहन राज्यमंत्री से भी व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की थी। इसके उपरान्त 20 दिसंबर 2015 को माननीय मुख्यमंत्री की नारनौल रैली में हम सभी की मांग पर मुख्यमंत्री ने इस सड़क को चारमार्गी बनाने की घोषणा की थी। उसी के अनुरूप अब इस सड़क की प्रशासकीय स्वीकृति जारी हुई है।