दो जेई का तबादला हो, अभियंताओं ने कहा हमारा कसूर तो बताओ
रणघोष अपडेट. रेवाड़ी
15 फरवरी को कोसली से भाजपा विधायक लक्ष्मण यादव ने मुख्यमंत्री को अपने लैटर पैड पर पत्र लिखा। मकसद पंचायती विभाग में कार्यरत दो कनिष्ट (जेई) अभियंताओं द्वारा उनकी बातों को नहीं मानना और आमजन के कार्यों में दिलचस्पी नहीं दिखाना। विधायक ने इसे सरकार की छवि खराब खराब करने का इरादा बताते हुए दोनों का तबादला कुरुक्षेत्र करने की गुजारिश की है। उधर कनिष्ठ अभियंता हैरान है कि विधायक का एक बार भी फोन उनके पास नहीं आया। दूसरा वे रेवाड़ी डिवीजन के अंतर्गत आते हैं जबकि विधायक कोसली का प्रतिनिधित्व करते हैं। उनके पास कोसली का कोई काम नहीं है जिसकी वजह से विधायक या सरकार की छवि को नुकसान पहुंचा है। सीएम के मार्फत यह पत्र अब पंचायत विभाग के अधिकारियों के पास जांच के लिए पहुंचा है कि क्या वास्तव में विधायक की अनदेखी हो रही है या फिर कहानी कुछ ओर है..।
जिन दो कनिष्ठ अभियंताओं के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है उसमें पवन कुमार एवं मोहित है। जहां तक राजनीति प्रभाव की बात है मोहित के परिजन की आस्था केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की विचारधारा स जुड़ी रही है वहीं पवन कुमार किसी भी दल से संबंध नहीं रखते। उन पर रेवाड़ी से कांग्रेस विधायक चिरंजीव राव का करीबी होने का आरोप लगता रहा है। इन कनिष्ठ अभियंताओं का दावा है कि विधायक लक्ष्मण यादव ने कभी विकास के कार्यो को लेकर कोई फोन नहीं किया तो उनकी कार्य प्रणाली पर सवाल क्यों खड़े किए जा रहे हैं कहीं ऐसा तो नहीं कि विधायक की आड लेकर कुछ ठेकेदार काम लेने के लिए दबाव बनाने के लिए यह सब करवा रहे हो। पंचायत विभाग के सूत्रों की माने तो रेवाड़ी विधानसभा के अंतर्गत आने वाले विकास कार्यों के टेंडर को लेकर चौतरफा भाजपा मंत्री, विधायक एवं पदाधिकारी अलग अलग रास्तों से दबाव बना रहे हैं। इसमें अगर कोई अधिकारी या कर्मचारी मना करता है तो उसे कांग्रेसी बताकर तबादला या चार्जशीट करने की धमकी मिल जाती है। कुल मिलाकर विधायक लक्ष्मण यादव के इस पत्र की जांच शुरू हो गई है। अभी तक ऐसा कुछ सामने नहीं आया जिसमें दोनों कनिष्ठ अभियंता घिरते हुए नजर आ रहे हो।