शिक्षा जगत की अपडेट: अब नौकरी के साथ-साथ पीएचडी करना और डॉक्‍टरेट की डिग्री लेना हुआ आसान

यूजीसी ऐसा पीएचडी प्रोग्राम लाने की योजना पर विचार कर रहा है, जो खासतौर पर वर्किंग प्रोफेशनल्‍स को ध्‍यान में रखकर बनाया गया है.


रणघोष खास. प्रेरणा भारद्वाज


विश्‍वविद्यालय अनुदान आयोग (यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन-UGC) नौकरी करने वाले लोगों के लिए एक पार्ट टाइम पीएचडी प्रोग्राम लाने की योजना बना रहा है. कई लोगों के साथ यह दिक्‍कत पेश आती है. वो पीएचडी करना चाहते हैं, लेकिन नौकरी के दबाव, जरूरतों और मजबूरियों के चलते नहीं कर पाते. ज्‍यादा यूनिवर्सिटी के पीएचडी प्रोग्राम फुल टाइम होते हैं. आप नौकरी के साथ-साथ पीएचडी में इनरोल भी नहीं करवा सकते. इसी जरूरत को देखते हुए यूजीसी ऐसा पीएचडी प्रोग्राम लाने की योजना पर विचार कर रहा है, जो खासतौर पर वर्किंग प्रोफेशनल्‍स को ध्‍यान में रखकर बनाया गया है. UGC के वाइस चेयरमैन प्रोफेसर एम जगदीश कुमार कहते हैं कि दुनिया भर में कई प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटीज ऐसी हैं, जहां पार्ट टाइम पीएचडी कोर्सेज उपलब्‍ध हैं. फिर भारतीय कॉलेजों में ये सुविधा क्‍यों नहीं होनी चाहिए. पार्ट टाइम पीएचडी प्रोग्राम को इस तरह डिजाइन किया जाए कि पीएचडी करने के इच्‍छुक नौकरीपेशा लोग भी इसमें एडमिशन ले सकें. पार्ट टाइम पीएचडी के गाइड और उसे सुपरवाइज करने वाले यूनिवर्सिटी फैकल्‍टी के टीचर्स ही होंगे. प्रोफसर कुमार कहते हैं कि भारत में इस वक्‍त इस तरह के कोर्स की बहुत जरूरत है.

कोर्स में इनरोल करने के लिए एलिजिबिलिटी


पार्ट टाइम पीएचडी कोर्स में दाखिला लेने के लिए वही एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया होंगे, जो किसी सामान्‍य फुलटाइम पीएचडी कोर्स के लिए होते हैं. आप जिस भी विषय में पीएचडी करना चाह रहे हैं, उस विषय में किसी भारतीय या विदेशी यूनिवर्सिटी से दो साल की मास्‍टर्स डिग्री होनी जरूरी है. इसके अलावा एम. फिल की डिग्री प्राप्‍त लोग भी पार्ट टाइम पीएचडी के लिए अप्‍लाय कर सकते हैं. मास्‍टर्स में कम से कम 55 फीसदी अंक आने जरूरी हैं. साथ ही पीएचडी में दाखिला ले रहे व्‍यक्ति को अपने ऑफिस से NOC (नो ऑब्‍जेक्‍शन सर्टिफिकेट) लेना अनिवार्य है.

पीएचडी के लिए नहीं लेना पड़ेगा लंबा अवकाश


प्रोफसर कुमार कहते हैं कि आप किसी भी यूनिवर्सिटी में पार्ट टाइम पीएचडी के लिए एडमिशन ले सकते हैं. जरूरी नहीं कि वह यूनिवर्सिटी आपके शहर में ही हो. बस उस यूनिवर्सिटी में वह कोर्स उपलब्‍ध होना चाहिए. कोर्स पूरा करने के लिए आपको क्‍लास अटेंड करना, जॉब से लंबी छु‍ट्टी लेना अनिवार्य नहीं है. आप ऑनलाइन पढ़ाई भी कर सकते हैं. यदि आप अपने ही शहर की यूनिवर्सिटी में दाखिला ले रहे हैं तो आप अपनी सुविधा के हिसाब से कक्षाएं भी अटेंड कर सकते हैं. इस पार्ट टाइम कोर्स में यह फ्लेक्जिबिलिटी दी गई है.  प्रोफेसर कुमार के अनुसार यह कोर्स खासतौर पर उन्‍हीं लोगों को ध्‍यान में रखकर डिजाइन किया गया है, जो पीएचडी के लिए ज्‍यादा वक्‍त निकालना और नौकरी से लंबी छुट्टी लेना अफोर्ड नहीं कर सकते.

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