रणघोष अपडेट. चंडीगढ़
पंडित दीन दयाल उपाध्याय के अन्तोदय के सिद्धांत पर चलते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा आमजन की शिकायतें सीधे मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंचाने के लिए वर्ष 2016 से आरम्भ की गई सीएम विंडो व उसके ट्वीटर हैंडल की शिकायतों के समाधान के लिए की जा रही कार्यवाही पूर्णत: समर्पण व समर्पित भाव पर आधारित है। चण्डीगढ़ मुख्यालय से इन व्यवस्थाओं की निगरानी कर रहे मुख्यमंत्री के ओएसडी भूपेश्वर दयाल के अनुसार समर्पण व समर्पित भाव से कार्य करने के फलस्वरूप ही अब तक 9 लाख से अधिक शिकायतों का समाधान सम्भव हुआ है। उन्होंने कहा कि ज्यों ही शिकायत सीएम विंडो पर अपलोड होती है या ट्वीटर हैंडल पर ट्वीट आता है उसी समय शिकायतकर्ता को सूचित किया जाता है कि आपकी शिकायत प्राप्त हुई है। सीएमओ द्वारा सम्बन्धित विभाग के पास शिकायत भेज दी गई है और निपटारे की कार्यवाही के बारे नियमित रूप से आपको सूचित किया जाता रहेगा। समाज के प्रबुद्ध व्यक्तियों से लिखित में राय लेने उपरांत आपकी संतुष्टि के बाद ही शिकायत पर की गई कार्यवाही की रिपोर्ट फाइल की जाएगी। ओएसडी के अनुसार शिकायत की प्रकृति के अनुसार रैड, ओरेंज व ग्रीन श्रेणियों की रेटिंग की जाती है। ज्यादा गम्भीर शिकायतों को रैड श्रेणी में रखा जाता है और तत्परता से कार्यवाही प्रक्रिया शुरू की जाती है। रैड श्रेणी की शिकायतों पर तो मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल का कड़ा संज्ञान रहता है और समय–समय पर समीक्षा कर इन शिकायतों का फीडबैक लेते हैं। सफीदों, जींद के एक मामले में तो मुख्यमंत्री ने स्वयं अतिरिक्त उपायुक्त से स्पष्टीकरण भी मांगा है और इसी मामले में सीएम विंडो पर कार्य कर रहे एक कर्मचारी की भूमिका संदेहास्पद के चलते उसको तुरंत कार्यभार मुक्त किया गया है, जो इस व्यवस्था के समर्पण व समर्पित भाव से कार्य करना दर्शाता है।
उन्होंने बताया कि पुलिस विभाग से सम्बन्धित शिकायतों की अधिकता को देखते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इनका रास्ता निकालने की पहल की है और पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिए हैं कि रैंडम पद्धति अपनाकर सप्ताह में कम से कम 100 शिकायतों का समाधान कर विभाग की ओर से शिकायत पर की गई अंतिम कार्यवाही के बारे मुख्यमंत्री कार्यालय को सूचित करें ताकि शिकायत को फाइल किया जा सके।