कर्मचारी नेता बोला- रेट फिक्स है, कमिश्नर और डीएम सहित सबका हिस्सा ऊपर तक जाता है, 14 साल में मुझे 7 लाख मिले

यूपी के अलीगढ़ में पोस्टल एंड सील्स विभाग के एक कर्मचारी नेता की वीडियो वायरल हुआ है। इसमें वह विभाग के फैले भ्रष्टाचार के बारे में किसी को बता रहा है। अधिकारियों द्वारा लिए जा रहे कमीशन के रेट का भी वीडियो में खुलासा किया गया है। डीएम ने इस वायरल वीडियो पर जांच करने के आदेश दिए हैं। एडीएम वित्त को जांच अधिकारी बनाया गया है।

वायरल वीडियो कर्मचारी नेता कहता है कि तुम्हारा जितना बनता है, उसका पांच प्रतिशत के हिसाब से देना होगा। कितना भी हो, एरियल का कुल पांच प्रतिशत। जो 15 प्रतिशत रोका गया है, उसमें से ही जाएगा। इसमें से सीएम, कमिश्नर, विकास भवन, डीएम, एडीएम का है। सबकुछ ठोस काम होगा। ऊपर तक जाता है। यहां सब हिसाब है। तुम्हारी जो लिखा पढ़ी थी, उसकी जांच में जीएम, डीएम तक पैसा खर्च हुआ है।

मामला केन्द्रीय पोस्टल एंड सील्स विभाग से जुड़ा हुआ है। देशभर में अलीगढ़ में ही इस विभाग का एकमात्र कार्यालय ऐसा हैं। जहां पर सरकारी कार्यों में प्रयोग में लाई जाने वाली मुहरें बनती हैं। विभाग में वर्तमान में 275 कर्मचारी कार्यरत हैं। विभाग के जीएम का चार्ज डीएम चंद्रभूषण सिंह के पास है। पोस्टल एंड सील्स वर्कर यूनियन अध्यक्ष-सतीश चन्द्र शर्मा (टाइप एंगरेविर) व उपाध्यक्ष कुलभूषण (टाइप एंगरेविर) के पद पर कार्यरत हैं। सोमवार को विभाग में कार्यरत वर्कर शेर मुहम्मद सहित अन्य कर्मचारियों ने डीएम से शिकायत की। कर्मचारियों ने आरोप लगाते हुए कहा कि केन्द्र से करीब साढ़े चार करोड़ रूपए एरियल का छह माह पूर्व में आया था। इसमें से 85 प्रतिशत रूपया तो कर्मचारियों के खाते में भेज दिया गया। 15 प्रतिशत रूपया नहीं भेजा गया। आरोप है कि जब शेष धनराशि के संबंध में यूनियन से संपर्क किया गया तो पांच प्रतिशत रूपये की मांग की गई। कर्मचारियों ने रूपए मांगने के संबंध की ऑडियो-वीडियो भी शिकायत के साथ डीएम को दी। डीएम ने मामले में जांच के निर्देश देते हुए एडीएम वित्त विधान जायसवाल को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। चंद्रभूषण सिंह, डीएम अलीगढ़ कहते हैं कि पोस्टल एंड सील्स विभाग के कर्मचारियों ने ऑडियो-वीडियो व शिकायती पत्र दिया था। मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं। जांच अधिकारी एडीएम वित्त को बनाया गया है।

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