विजिलेंस टीम ने बीडीपीओ कार्यालय के एक क्लर्क 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। राज्य चौकसी ब्यूरो की टीम ने गांव लहरोदा निवासी सुरजभान की शिकायत पर यह कार्रवाई करते हुए गांव मंढ़ाना निवासी लिपिक विकास को रंगेहाथ रिश्वत लेते धर दबोचा। मिली जानकारी के अनुसार गांव लहरोदा निवासी सूरजान से लिपिक विकास कुमार ने लालडोरा में खसरा नंबर 129 के प्लाट का मालिकाना हक व नकल देने के लिए 20 हजार रुपये की मांग की थी। सूरजभान ने इसकी शिकायत राज्य चौकसी ब्यूरो में दी। शिकायत पर विजिलेंस टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए तहसीलदार विकास कुमार को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया। ड्यूटी मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में इंस्पेक्टर नवल किशोर शर्मा के नेतृत्व में टीम में उपनिरीक्षक जयचंद, हवलदार रविंद्र, सिपाही रवि व उदयवीर को शामिल किया गया। विजिलेंस टीम ने शिकायतकर्ता सूरजभान को 20 हजार रुपये दिये। इसके बाद सूरजभान ने लिपिक को विकास को 20 हजार रुपये देने के लिए बीडीपीओ कार्यालय पहुुंचा। इस पर लिपिक ने कार्यालय में पैसे न लेकर बीडीपीओ कार्यालय के सामने बिजली निगम कार्यालय की खाली जगह पर बुलाया। विजिलेंस टीम भी सूरजभान को बताई हुई जगह पर पहुंच गई। सूरजभान ने लिपिक विकास कुमार को 20 हजार रुपये देते ही विजिलेंस टीम को इशारा कर दिया। इशारा मिलते ही टीम ने क्लर्क को रंगेहाथ नोटों के साथ धर दबोचा। निरीक्षक नवल किशोर शर्मा ने बताया कि आरोपी से पूछताछ की जा रही है। इसके बाद आरोपी पर मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई की जाएगी।