-15 अगस्त पर आयोजित राजकीय समारोह में मुख्य अतिथियों को लेकर नया प्रयोग बहुत कुछ कह रहा है
रणघोष खास. सुभाष चौधरी
भारत आजादी की 75वीं वर्षगांठ अमृत महोत्सव के रूप में इस वर्ष का स्वतंत्रता दिवस हर भारतीय के लिए खास मायने रखता है। स्वतंत्रता दिवस समारोह 15 अगस्त को पूर्व वर्षों की भांति हर्षोल्लास, जोश, उत्साह और गौरवपूर्ण ढंग से मनाया जाएगा। रेवाड़ी जिला मुख्यालय पर आजादी अमृत महोत्सव के तहत 15 अगस्त को राव तुलाराम स्टेडियम में आयोजित होने वाले स्वतंत्रता दिवस समारोह में नांगल चौधरी से विधायक अभय सिंह यादव बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित हो राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे और परेड की सलामी लेंगे। उपमंडल बावल में आयोजित होने वाले स्वतंत्रता दिवस समारोह में केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह तथा उपमंडल कोसली में आयोजित होने वाले उपमंडल स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह में बादशाहपुर से विधायक राकेश दौलताबाद बतौर मुख्य अतिथि ध्वजारोहण करेंगे।
बुधवार को जैसे ही यह सरकारी प्रेस नोट जारी हुआ। राजनीति की समझ रखने वालों ने इसे दक्षिण हरियाणा की भविष्य का नया संकेत बता दिया। एक लंबे अर्से बाद विधायक राजकीय समारोह के मुख्य अतिथि होंगे। यह राज्य में नया राजनीति घटनाक्रम है जिसका खाका काफी सोच समझ कर तैयार किया गया है। राष्ट्रीय पर्व को राजनीति की नजरों से देखना किसी सूरत में तर्कसंगत नहीं है लेकिन देश प्रदेश राजनीति के मौजूदा मिजाज में अब सबकुछ एक जैसा नजर आ रहा है। इसमें कोई दो राय नहीं की दक्षिण हरियाणा से मिली ताकत की वजह से भाजपा राज्य की सत्ता पर काबिज है। यहां से सबसे बड़े अनुभवी जमीनी नेता के तौर पर केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह का नाम सबसे आगे आता है। इसके बाद अन्य नेताओं की गिनती अपने कामकाज व पार्टी कैडर के हिसाब से तय होती है। राष्ट्रीय पर्व पर नांगल चौधरी विधायक अभय सिंह यादव का रेवाड़ी में जिला स्तरीय राजकीय समारोह में मुख्य अतिथि बनना सीधे तौर पर राव इंद्रजीत सिंह की हैसियत का मूल्याकंन करना है। इतना ही नहीं राव को बावल उपमंडल स्तरीय समारोह का मुख्य अतिथि बनाना यह बताता है कि भाजपा में राव इंद्रजीत अब नेता नहीं कर्मठ कार्यकर्ता के रूप में एक सिपाही के तौर पर लिए जा रहे हैं। इसलिए राजकीय समारोह का सरकारी शैडयूल जारी करते समय ना कोई नासमझी बरती गई और ना ही अनदेखी। इशारा साफ है या तो राव इंद्रजीत सिंह भाजपा के भीतर बैचेन हो चुके हैं या पार्टी के लिए वे अब सरप्लस होते जा रहे हैं। अगर ऐसा नहीं होता तो दक्षिण हरियाणा में राव के सबसे धुर विरोधी अभय सिंह यादव उनके गृह क्षेत्र में सरकारी अतिथि नहीं बनते। सरकार चलाने वाले चाहते तो अभय सिंह यादव को रेवाड़ी छोड़कर अन्य जगह भी भेज सकते थे लेकिन ऐसा नहीं किया। इतना ही नहीं राव को बजाय रेवाड़ी छोड़कर अन्य जिले में भेजने के बावल उपमंडल में राजकीय समारोह का मुख्य अतिथि बनाकर यह बता दिया की पार्टी में अब उनका कद किस स्तर पर तय किया जा रहा है। ऐसे में देखने वाली बात यह होगी की क्या राव इंद्रजीत सिंह 15 अगस्त को बावल के सरकारी कार्यक्रम में शिरकत करेंगे या उससे पहले ही शैड्यूल में बदलाव करा पाने में सफल होंगे। कोई दो राय नहीं की राजकीय कार्यक्रमों में मुख्य अतिथियों की चयन सूची ने भाजपा के भीतर राव इंद्रजीत सिंह का वजन बता दिया है। इसमें भी कोई शक नहीं की नांगल चौधरी से लगातार दूसरी बार विधायक बने अभय सिंह यादव अपने बेहतर कार्यप्रणाली और सबसे पिछड़े अपने क्षेत्र में विकास की बेहतर तस्वीर बना पाने में सफल हुए हैं। इसलिए हाईकमान ने अभय सिंह यादव को अहीरवाल की राजनीति का केंद्रीय पटल कहलाए जाने वाले रेवाड़ी में राष्ट्रीय पर्व पर गरिमापूर्ण ओहदे के साथ भेजा है ताकि राव को जो करना है अभी कर ले। यहां बता दें की केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र सिंह यादव के गुरुग्राम में अपना स्थाई निवास बनाने के बाद से ही राव इंद्रजीत भाजपा के अंदर बाहर खुद को असहज महसूस कर रहे थे। दूसरा भाजपा परिवारवार की राजनीति को जड़ से खत्म करने के इरादों को लेकर आगे बढ़ी रही है ऐसे में राव को पार्टी में अपनी बेटी आरती राव का भविष्य खतरे में पड़ता नजर आ रहा है। कुल मिलाकर 15 अगस्त राष्ट्रीय पर्व पर मुख्य अतिथियों की जारी सूची ने क्षेत्र की राजनीति में हलचल मचा दी है।