आबकारी नीति के मामले में बीजेपी के द्वारा स्टिंग जारी किए जाने के बाद उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा है कि सीबीआई को स्टिंग की जांच करने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लेना चाहिए। मनीष सिसोदिया ने अमन अरोड़ा के इस स्टिंग को लेकर कहा कि उनके घर पर सीबीआई की छापेमारी हुई, कुछ नहीं मिला उसके बाद उनके बैंक लॉकर को खंगाला गया वहां भी कुछ नहीं मिला। सिसोदिया ने कहा कि उसके बाद तमाम तरह की जांच हुई लेकिन उन जांच में भी कुछ नहीं मिला। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि अब बीजेपी के लोग स्टिंग लेकर आ गए हैं और इन स्टिंग में कुछ लोगों से कहलवाया जा रहा है कि इनको पैसे दिए गए होंगे। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता सिसोदिया ने कहा कि वह बीजेपी से अनुरोध करते हैं कि यह जो तथाकथित स्टिंग है, उसे वे तुरंत सीबीआई को दें और सीबीआई इसकी 4 दिन के अंदर जांच करे और उन्हें गिरफ्तार करे। सिसोदिया ने कहा कि बीजेपी सीबीआई की एक्सटर्नल ब्रांच है और अब क्योंकि वह स्टिंग कर चुकी है तो सीबीआई इसकी तेजी से जांच करे और अगर इस स्टिंग में किसी भी तरह का कोई सच है तो आने वाले सोमवार तक उन्हें गिरफ्तार कर ले। उन्होंने कहा कि वरना यह माना जाएगा कि यह स्टिंग जारी करना प्रधानमंत्री के दफ्तर से रची गई एक साजिश है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के दफ्तर में विपक्षी दलों की सरकारें गिराने के लिए सीबीआई रेड की साजिश, ईडी की साजिश, स्टिंग की साजिश यही सब होता है।
प्रधानमंत्री दफ्तर की साजिश
उप मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि सीबीआई बीजेपी के द्वारा जारी किए गए स्टिंग की जांच करे और अगर सोमवार तक उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जाता है तो यह मान लिया जाना चाहिए कि यह स्टिंग पूरी तरह झूठा है और इसके पीछे प्रधानमंत्री दफ्तर की बहुत बड़ी साजिश है। सिसोदिया ने कहा कि तब प्रधानमंत्री को भी इस बात के लिए माफी मांगनी होगी कि उनके दफ्तर ने गलत साजिश की, गलत गलत स्टिंग कराया और सीबीआई उसे सच साबित नहीं कर पाई।