पहले से खड़ी मालगाड़ी से टकराई दूसरी ट्रेन, तीसरी भी चपेट में आई, लोको पायलट की मौत
मध्य प्रदेश से बड़ी खबर सामने आ रही है. यहां भीषण रेल दुर्घटना हुई है. तीन मालगाड़ियां आपस में टकरा गईं, जिससे मौके पर अफरातफरी मच गई. तीन ट्रेन के आपस में टकराने से रेल महकमे में हड़कंप मच गया. दिल दहला देने वाले इस हादसे में 1 लोको पायलट की मौत हो गई, जबकि 2 अन्य रेलकर्मियों के घायल होने की सूचना है. हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई. मौके पर तैनात कर्मचारियों को शुरुआत में कुछ समझ में नहीं आया कि अचानक यह कैसे हो गया. इस सबके बीच बड़ा सवाल यह है कि जब एक ट्रैक पर पहले से ही मालगाड़ी खड़ी थी तो दूसरी ट्रेन को उसी लाइन पर आने का सिग्नल कैसे दिया गया?
जानकारी के अनुसार, तीन मालगाड़ी के एक साथ दुर्घटनाग्रस्त होने की यह घटना सुबह 6:25 बजे हुई. शहडोल से सटे सिंहपुर रेलवे स्टेशन पर पहले से ही एक मालगाड़ी खड़ी थी. सुबह दूसरी मालगाड़ी आकर उससे टकरा गई. दुर्घटना के वक्त एक और मालगाड़ी सिंहपुर स्टेशन से गुजर रही थी जो इसकी चपेट में आ गई. हादसा इतना भयानक था कि रेल इंजन में आग लग गई. मालगाड़ी के डिब्बे एक-दूसरे पर चढ़ गए. हादसे के कारण इस रेलखंड पर ट्रेनों का आवागमन भी प्रभावित हुआ है. बताया जा रहा है कि इस भीषण रेल हादसे में एक लोको पायलट की मौत हो गई, जबकि दो अन्य रेल कर्मचारी घायल हो गए हैं.
लोको पायलट की मौत
भीषण रेल हादसे में एक लोको पायलट की मौके पर ही मौत हो गई. दो अन्य रेलकर्मियों के घायल होने की भी सूचना है. फिलहाल यह पता नही चल सका है कि जब एक लाइन पर पहले से ही मालगाड़ी खड़ी थी तो दूसरी ट्रेन को उसी ट्रैक पर आने की अनुमति कैसे मिल गई? इस सवाल का जवाब छानबीन के बाद ही मिल सकेगा. सिंहपुर रेलवे स्टेशन बिलासपुर-कटनी रेलखंड पर पड़ता है. एक के बाद एक 3 मालगाड़ियों के दुर्घटनाग्रस्त होने से इस रेलखंड पर ट्रेनों का आवागमन भी प्रभावित हुआ है.
हादसे के वक्त स्टेशन पर नहीं थी कोई यात्री ट्रेन
गनीमत यह रही कि जिस वक्त यह भीषण रेल हादसा हुआ, उस वक्त सिंहपुर रेलवे स्टेशन पर कोई यात्री ट्रेन नहीं थी. उस वक्त कोई पैसेंजर ट्रेन वहां से गुजर भी नहीं रही थी, नहीं तो बड़ी संख्या में लोग हताहत हो सकते थे. तीन मालगाड़ियों के आपस में टकराने से घटनास्थल का नजारा बहुत डरावना था. कई बोगियां पटरी से उतर गई थीं. वहीं, आग भी लग गई थी.