दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सोमवार को सिंघू बॉर्डर पहुंचे और केंद्र के नये कृषि कानूनों…
Category: डंके की चोट पर
पत्रकारिता पर हुई वर्चुअल अंतरराष्ट्रीय विचार गोष्टी, दैनिक रणघोष को मिला सम्मान
पत्रकारिता में भरोसा कायम रहे, इसलिए गला काट- गला फाड़ प्रदर्शन से बचना होगा रणघोषअपडेट. नारनौल…
डंके की चोट पर : किसान कर्जा लेकर विदेश नहीं भागता, संघर्ष करता हुए खुद को मार लेता है..
रणघोष खास. प्रदीप नारायण आज विपक्ष निष्प्राण पड़ा है और सत्ता पक्ष की सोच आखिरी सोच…
डंके की चोट पर: लोकतंत्र अपने घर से शुरू होता है, इसलिए विरोध में न्याय तलाशिए, आंखें ना दिखाए
विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र वाले भारत में इन दिनों ठीक नहीं चल रहा है। जहां…
डंके की चोट पर : पत्रकारिता गीतमाला नहीं, फरमाइश की चिट्ठी लिख दी और गीत बज गया.
यह सिस्टम और संसाधन से चलती है। रिपोर्टिंग की प्रथा को संस्थानों के साथ समाज ने…
रेवाड़ी- धारूहेड़ा नगर निकाय चुनाव की बड़ी खबर: रेवाड़ी- धारूहेड़ा में खुद से लड़ती नजर आएगी भाजपा, आसान नहीं होगी जीत, बदल रहा माहौल, कांग्रेस को मिलेगा सीधा फायदा
जेजेपी एवं इनेलो का माहौल समझने में ही समय गुजर जाएगा रणघोष खास. सुभाष चौधरी नगर…
मोटा अनाज, कंद-मूल और साग से कोरोना को भगा रहे ये आदिवासी, आइए सीखे
कोराना से पूरी दुनिया तबाह रही। अछूता कोई नहीं। अब वैक्सीन ने लोगों में उम्मीद जगाई…
किसानों के गुस्से से बदल रही हरियाणा की राजनीति, मौजूदा हालात में भाजपा ना इधर की ना उधर की
रणघोष खास. प्रदीप नारायण कृषि से जुड़े तीन बिलों को कोरोना काल में पास करना केंद्र…
डंके की चोट पर : छह साल में पहली बार किसानों के सामने सहमी नजर आ रही भाजपा
रणघोष खास. देशभर से केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का पिछले कई…
दिल्ली में किसान जीत गया तो क्या गारंटी है उसे जमीन पर वहीं मिलेगा जो वह चाहता है
रणघोष खास. प्रदीप नारायण बात कर रहे हैं किसान की, कोरोना और उस सोच की जिसे…
गुरु पूर्णिमा पर विशेष : जिसने गुरु नानक को पढ़ लिया वह हिंदू- मुसलमान की बात नहीं करेगा..
गुरु नानक ने सिख धर्म में हिन्दू और इस्लाम दोनों की अच्छाइयों को शामिल किया. हालांकि…
किसानों के मन की बात सुननी ही पड़ेगी नहीं तो सरकार की बात शोर लगेगी
कड़ाके की ठंड में हम अपने घरों में रजाइयों में दुबके हैं और देश के अन्नदाता…
हमें यह नहीं भूलना चाहिए चूल्हे पर राजनीति नहीं रोटियां बनती है..
पेट भूखा हो तो खेती याद आती है। सत्ता की हवस आते ही वह उसका शिकार…
संवेदना किसान के नाम, आक्रोश गोली चलाने वालों के खिलाफ, धिक्कार उपद्रव मचाने वाली राजनीति पर
रणघोष खास. देशभर से यदि आप खेतों से सैकड़ों मील दूर हैं और आपका हल आपकी…
गौर करिए जो काम अंग्रेज छोड़ गए थे, वह बिहार नतीजों से पूरा होगा, अब जाति-धर्म की राजनीति से देश चलेगा
फूट डालो राज करो की अंग्रेजों की कूटनीति का जितना भरपूर फायदा हमारे देश की राजनीतिक…
रणघोष खास: शहर के सबसे पुराना सबसे बड़ा राव तुलाराम पार्क की हकीकत सबकुछ बता देगी
एक बार घूमकर आइए सौंदर्यीकरण का असली चेहरा सामने आ जाएगा रणघोष खास > रेवाड़ी शहर…
आखिर हम कब तक भगवान श्री राम को अंधेरे में रखकर दीवाली मनाते रहेंगे..
ऐसे कितने रामभक्त है जो यह दावा कर सकते हैं कि वे अपने घर में माता-पिता…
उनका हर दिन पर्व होता है जिन्हें अपने काम पर गर्व होता है..
रणघोष खास. प्रदीप नारायण दीपक की लौ आकार में भले ही छोटी हो, लेकिन उसकी चमक…
ईमानदार बनने की बात हुई थी पर हम भ्रष्टाचार में अव्वल हो गये
देश एवं समाज में रिश्वत देने वालों व्यक्तियों की संख्या बढ़ रही है, ऐसे व्यक्तियों की…