भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स करीब 9 महीने के अंतरिक्ष प्रवास के बाद पृथ्वी पर वापस लौट रही हैं। वह धरती पर लौटने के लिए रवाना हो चुकी हैं। अंतरिक्ष में इतने लंबे समय तक रहने के बाद जब वह वापस लौटेंगी, तो उनके अनुभव पूरी दुनिया जानना चाहेगी। इस बीच, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुनीता विलियम्स के नाम एक पत्र लिखा है और उन्हें भारत आने का भी न्योता दिया है।
पीएम मोदी ने पत्र में क्या लिखा?
इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) में महीनों बिताने वाली सुनीता विलियम्स को लिखे पत्र में पीएम मोदी ने कहा कि “हमें आप पर और आपके काम पर गर्व है।” उन्होंने यह भी बताया कि जब वह अमेरिका दौरे पर गए थे, तब उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से उनकी सेहत के बारे में पूछा था।
प्रधानमंत्री ने लिखा, “आपकी उपलब्धियों पर 1 अरब 40 करोड़ भारतीय गर्व करते हैं। आप भले ही पृथ्वी से हजारों मील दूर रही हों, लेकिन हमारे दिलों के सदा करीब बनी रही हैं। भारत के लोग आपकी अच्छी सेहत और मिशन की सफलता की कामना करते रहे।”
भारत आने का न्योता
पीएम मोदी ने अपने पत्र में सुनीता विलियम्स को भारत आने का न्योता भी दिया। उन्होंने लिखा, “हर भारतवासी चाहता है कि उनकी कामयाब बेटी यहां आए। आपकी मेजबानी करके हमें बेहद खुशी होगी।”
पत्र लिखने से खुद को रोक नहीं पाए पीएम मोदी
पीएम मोदी ने बताया कि 1 मार्च को उनकी मुलाकात मशहूर एस्ट्रोनॉट माइक मैसिमिनो से हुई थी। चर्चा के दौरान सुनीता विलियम्स का नाम आया और उन्होंने माइक को बताया कि “कैसे पूरा भारत आपकी उपलब्धियों पर गर्व करता है।” इसी चर्चा के बाद उन्होंने खुद को रोक नहीं पाया और यह पत्र लिख दिया।
सुनीता विलियम्स के साथ कौन लौट रहा है?
सुनीता विलियम्स के साथ अंतरिक्ष यात्री बैरी विलमोर भी पृथ्वी पर लौट रहे हैं। पीएम मोदी ने उनके अच्छे स्वास्थ्य और सफलता की भी कामना की।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस पत्र से यह स्पष्ट होता है कि भारत न केवल विज्ञान और अंतरिक्ष अनुसंधान में वैश्विक स्तर पर रुचि रखता है, बल्कि भारतीय मूल के वैज्ञानिकों और अंतरिक्ष यात्रियों को भी गौरव और सम्मान देता है। अब देखना होगा कि सुनीता विलियम्स भारत आने के इस न्योते को कब स्वीकार करती हैं।