पूरे देश में कोरोना का कहर अभी बरकरार है। लोगों से अब भी एहतियात बरतने की उम्मीद की जा रही है। खास कर उत्सव के मौमस में, अब जब नया साल करीब है तो देशभर में कई राज्यों ने नए साल को लेकर कोरोना गाइडलाइन्स जारी की है और लोगों से घरों में रहने की अपील की है।
कोविड-19 महामारी की रोकथाम सुनिश्चित करने के लिए, राजस्थान सरकार ने नए साल की पूर्व संध्या पर दिवाली की तरह बैन लगाने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लोगों से घर पर नए साल की पूर्वसंध्या मनाने और पटाखे फोड़ने या बाहर इकट्ठा होने से बचने की अपील की।
मुख्यमंत्री गहलोत ने ट्वीट कर कहा, “सार्वजनिक स्वास्थ्य को सर्वोपरि रखते हुए, राज्य सरकार ने दीपावली त्योहार के दौरान सख्त निर्णय लिया था और अब इसी तरह का निर्णय अगले साल के लिए लिया गया है।”
तमिलनाडु सरकार ने भी सोमवार को कोरोनोवायरस के प्रसार को रोकने के प्रयासों के तहत 31 दिसंबर और 1 जनवरी, 2021 की रात को समुद्र तटों, होटलों, क्लबों और रिसॉर्ट्स पर नए साल की पार्टी करने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
एक ऑफिशियल स्टेटमेंट के अनुसार “इन दिनों समुद्र तटों पर कोई एंट्री नहीं होगी और समुद्र तट की सड़कों, रेस्तरां, होटल, क्लब, रिसॉर्ट्स सहित समुद्र तट पर आधी रात को किसी भी एंट्री की अनुमति नहीं दी जाएगी।”
महामारी के प्रसार को कम करने के लिए बड़ी संख्या में लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगाने का यह आदेश पारित किया गया था। सरकार संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए ठोस उपाय कर रही है और लगभग 8 महीनों की कड़े लॉकडाउन की अवधि के बाद सरकार प्रतिबंधों को धीरे-धीरे कम कर रही है। लोगों को वायरस फैलाने में सरकार के साथ सहयोग करना चाहिए।
विज्ञप्ति के अनुसार होटल, रेस्तरां, क्लब और रिसॉर्ट का नियमित कामकाज वर्तमान मानक संचालन प्रक्रियाओं के साथ जारी रहेगा। इस वर्ष नए साल की पूर्व संध्या पर चिकित्सा विशेषज्ञों द्वारा सलाह के अनुसार एहतियाती उपाय के रूप में प्रतिबंध लगाया गया है।