मुर्रा नस्ल भैंस (हरियाणा), साहिवाल स्वदेशी गाय के पशुपालकों के प्रोत्साहन राशि योजना की कार्यशाला आयोजन कर फार्म भरवाए :सतीश खोला भाजपा व्यावसायिक प्रकोष्ठ सैक्टर एक कार्यालय पर पशु पालकों की कार्यशाला आयोजित की गई जिसमे लक्ष्मण मुक्तिवाड़ा, गीता आदर्श नगर, रेखा आदर्श नगर, सुखबीर कुमार उत्तम नगर, जगवती आदर्श नगर, पूनम शर्मा बलभद्र सराय, नीतू सक्सेना बलभद्र सराय, गुलाबो गोविंदपुरा, सुनीता गोविंदपुरा, रेखा गोविंदपुरा, रविंद्र संघी का बास, प्रीति कुतुबपुर, सीताराम आनंद नगर, किरण कुतुबपुर, सुमन आजाद नगर, हेमलता आनंद नगर, संतोष आजाद नगर, अनुराधा मुक्तिवाड़ा, गीता गोविंदपुरा, बिमला गोविंदपुरा, मनजीत शक्ति नगर, कोमल आनंद नगर, सिंधु शांति नगर, सरोज शांति नगर, सिमरन आदर्श नगर, सुनीता आदर्श नगर, गगनदीप कौर नई आबादी, ममता नई आबादी, रजनी नई आबादी, सरोज कृष्णा नगर, यशपाल भजन का बाग, इशिका स्वामीवाड़ा, संजय नई बस्ती, सीमा नई बस्ती, पूनम स्वामीवाड़ा, भतेरी स्वामीवाड़ा, शीला स्वामीवाड़ा, हंसराज कांजीवाड़ा, कुणाल काजीवाड़ा, पुष्पा देवी रेवाड़ी, बिना देवा रेवाड़ी, बब्बल सती कॉलोनी, सुरेश चौधरीवाड़ा, नीतू संघी का बास, गजना देवी संघी का बास, सुमन देवी मुक्तिवाड़ा, थानाराम आजाद नगर, शेर सिंह घढी़, कुलदीप बासदूदा, वेद प्रकाश बासदूदा, शकुंतला बीकानेर, राकेश कुमार किशनगढ़, सुखबीर किशनगढ़, राम सिंह हरी नगर, राकेश कुमार गोकलगढ़, अजीत बीकानेर, उर्मिला गोकलगढ़, राजकुमार लिसाना, सीमा रानी प्रागपुरा, रेनू रानी प्रागपुरा, नरेंद्र सिंह गोकलगढ़, सतबीर बोडिया कमालपुर, ओमप्रकाश गिंदोखर, रूप सिंह रोलियावास, धीरज गोकलगढ़, दीपांशु नांगल जमालपुर, सचिन नांगल जमालपुर, भूपेंद्र डाबड़ी समेत दर्जनों पशु पालकों ने भाग लिया ओर दर्जनों लोंगों के फॉर्म भी भरवाए गए ।
कार्यक्रम में भाजपा नेता सतीश खोला ने बताया कि मुर्रा नस्ल भैंस (हरियाणा )व साहीवाल स्वदेशी गाय पशु पालकों को हरियाणा सरकार 10 से 20 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि दे रही है जो पशु 8 से 10 लीटर दूध दे रहा है उसको दस हजार रुपये, 10 से 12 लीटर दूध देने वाले को 15 हजार रुपये 12 लीटर से ऊपर देने वाले को बीस हजार रुपये प्रोत्साहन राशि सरकार द्वारा दी जा रही है ।
पशुपालकों की आय बढ़ाने व देसी नस्लों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की महत्वकांक्षी योजना है। इसके लिए पशुधन हरियाणा की वेबसाइट पर पशुपालक के आधार कार्ड के साथ फार्म भरा जाता है उसके बाद स्थानीय पशु चिकित्सकों की टीम घर जाकर जांच करके राशि बैंक खाते में दी जाती है।