हरियाणा सरकार देगी अनाथ बच्चो को सी व डी ग्रेड की नोकरी
18 से 25 वर्ष तक सरकार उठायेगी उनका पूरा खर्च
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर माननीय मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने “हरिहर योजना” की घोषणा करते हुवे कहा कि ऐसे बच्चे जिन्हे बाल गृह के पालना केंद्र मे छोड़ दिया जाता है या लावारिश अवस्था मे अन्य स्थान पर मिले जिनके माता पिता की कोई जानकारी नही जिनकी जाति व समाज के बारे मे कोई जानकारी नहीं और वो बच्चे जो बाल गृह व आश्रय गृह मे रह रहे है अब ऐसे बच्चो के भविष्य को ध्यान मे रखते हुवे सरकार ने हरिहर योजना की घोषणा की है । इस घोषणा के अंतर्गत जब तक वो बच्चा बाल गृह / आश्रय गृह मे रह कर अपनी पढ़ाई कर रहा है सरकार उनका सारा खर्च वहन करेगी।
18 वर्ष के बाद पढ़ाई मे रुचि है तो पढ़ाई करे और पढ़ाई मे रुचि नहीं है तो 10वी व 12वी के बाद सरकार उनको ग्रुप “C” व “D” मे बिना किसी परीक्षा व साक्षात्कार के x Gresia के आधार पर सीधे नौकरी देगी । और अगर वो ज्यादा पढ़ लिख कर कोई डिग्री प्राप्त कर लेता है तो उसे परीक्षा देनी होगी और आर्थिक तौर पर EWS के अंतर्गत नौकरी के लिए विशेष छुट/ लाभ प्रदान किया जाएगा।
सरकार नौकरी देगी और उसका सारा पैसा बैंक मे जमा करेगी यदि उसको कोई खर्च करना पड़े तो 20% राशि वह खर्च कर सकता है और 18 से 25 वर्ष के दौरान यदि उसकी शादी का कोई संयोग बनता है तो सरकार उसकी शादी का पूरा खर्च वहन करेगी और उसका जो पैसा बैंक मे जमा है शादी के बाद उसको सौप दिये जाएँगे ।
सरकार की इस हरिहर योजना के लिए वीरेंद्र यादव, जिला बाल कल्याण अधिकारी , जिला बाल कल्याण परिषद, रेवाड़ी ने बहुत बहुत आभार व्यक्त किया और कहा कि अब बाल गृह मे पल रहे बच्चो का भविष्य पूर्णरूप सुरीक्षित है ।