बंगाल के संदेशखाली के पीड़ितों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से शुक्रवार को मुलाकात की। इन लोगों में 5 पीड़ित महिलाएं भी शामिल थीं। इन लोगों ने टीएमसी के पूर्व नेता शाहजहां शेख से पीड़ित होने की जानकारी दी और बताया कि कैसे राज्य सरकार और बंगाल पुलिस ने आरोपी के खिलाफ ऐक्शन लेने में देरी की। महिलाओं समेत पीड़ितों ने मांग की कि आप दलितों और आदिवासियों के हिताों की रक्षा के लिए दखल दें। सेंटर ऑफ एससी-एसटी सपोर्ट ऐंड रिसर्च के डायरेक्टर डॉ. पार्थ बिस्वास ने कहा कि पीड़ितों ने राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा है।
पीड़ितों ने कहा कि हम सभी परिवारों को जो पीड़ा झेलनी पड़ रही है, वह बयां नहीं की जा सकती। इलाके में हम लोगों का रह पाना मुश्किल हो गया है। पीड़ितों ने अपने ज्ञापन में कहा, ‘आप देश में न्याय और समानता की रक्षक हैं। हम मानते हैं कि आपके मार्गदर्शन से इस मामले में हमारे साथ न्याय हो सकेगा। आप देश के पीड़ित और कमजोर वर्ग के लिए न्याय की उम्मीद की तरह हैं।’ इन लोगों ने आरोप लगाया कि हमारे समुदाय को बंगाल में गहरी पीड़ा झेलनी पड़ रही है। आपसे उम्मीद है कि बंगाल सरकार से न्याय के लिए कहें।