अब आप ही रक्षा करिए; राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के पास पहुंच गए संदेशखाली के पीड़ित

बंगाल के संदेशखाली के पीड़ितों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से शुक्रवार को मुलाकात की। इन लोगों में 5 पीड़ित महिलाएं भी शामिल थीं। इन लोगों ने टीएमसी के पूर्व नेता शाहजहां शेख से पीड़ित होने की जानकारी दी और बताया कि कैसे राज्य सरकार और बंगाल पुलिस ने आरोपी के खिलाफ ऐक्शन लेने में देरी की। महिलाओं समेत पीड़ितों ने मांग की कि आप दलितों और आदिवासियों के हिताों की रक्षा के लिए दखल दें। सेंटर ऑफ एससी-एसटी सपोर्ट ऐंड रिसर्च के डायरेक्टर डॉ. पार्थ बिस्वास ने कहा कि पीड़ितों ने राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा है।

उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ने पूरी संवेदनशीलता के साथ पीड़ितों की बात को सुना। संदेशखाली के कुल 11 पीड़ितों में से 6 पुरुषों और 5 महिलाओं ने राष्ट्रपति से मिलकर अपनी चिंताओं से अवगत कराया। पीड़ितों ने राष्ट्रपति से कहा कि बंगाल में आदिवासी और दलितों के साथ उत्पीड़न हो रहा है। इन वर्गों की रक्षा के लिए आप दखल दें। ज्ञापन के जरिए पीड़ितों ने अपील की, ‘हम संदेशखाली के मामले में आपसे तत्काल दखल की अपील करते हैं, जहां कमजोर वर्ग के लोगों के साथ ज्यादती हुई है। सभी पीड़ित लोग दलित एवं आदिवासी वर्ग से ताल्लुक रखते हैं। उनके साथ गलत हुआ है। इसमें आपका दखल देना जरूरी है ताकि हम लोगों की रक्षा हो सके।’

पीड़ितों ने कहा कि हम सभी परिवारों को जो पीड़ा झेलनी पड़ रही है, वह बयां नहीं की जा सकती। इलाके में हम लोगों का रह पाना मुश्किल हो गया है। पीड़ितों ने अपने ज्ञापन में कहा, ‘आप देश में न्याय और समानता की रक्षक हैं। हम मानते हैं कि आपके मार्गदर्शन से इस मामले में हमारे साथ न्याय हो सकेगा।  आप देश के पीड़ित और कमजोर वर्ग के लिए न्याय की उम्मीद की तरह हैं।’ इन लोगों ने आरोप लगाया कि हमारे समुदाय को बंगाल में गहरी पीड़ा झेलनी पड़ रही है। आपसे उम्मीद है कि बंगाल सरकार से न्याय के लिए कहें।