आखिरी पल में जोड़ा गया आर्यन खान का नाम, विदेश यात्राओं…महंगी घड़ियों पर कुछ बोल नहीं पाए समीर वानखेड़े

नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के पूर्व जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. स्पेशल इंक्वायरी टीम (SET) की रिपोर्ट के मुताबिक समीर इस वक्त गहरे संकट में हैं. समीर पर आरोप है कि उन्होंने बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान के परिवार से 25 करोड़ रुपये वसूलने की कोशिश की, ताकि उनके बेटे आर्यन खान को कॉर्डेलिया क्रूज ड्रग्स केस में छोड़ दिया जा सके. हाल ही में सीबीआई ने समीर वानखेड़े सहित चार लोगों के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया है.

मामले की जांच में नियमों का नहीं किया गया पालन


CNN-News18 के हाथों SET की रिपोर्ट लगी है, जिसके आधार पर केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने भी वानखेड़े और NCB मुंबई जोन के उनके दो पूर्व जूनियर्स के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी. रिपोर्ट के मुताबिक वानखेड़े और उनके जूनियर्स ने ड्रग भंडाफोड़ मामले को हैंडल करते समय नियमों का पालन नहीं किया. यह भी पता चला है कि आर्यन खान और उनके दोस्त अरबाज मर्चेंट के नाम अंतिम समय में जोड़े गए थे. जबकि कुछ अन्य संदिग्धों के नाम मेन रिपोर्ट नोट से हटा दिए गए थे.

गवाहों के सामानों को बिना दस्तावेजीकरण के ले गए अधिकारी


SET ने ‘पंचनामा’ और अन्य दस्तावेजों के विश्लेषण से भी पाया कि न तो संदिग्धों के फोन ‘पंचनामा’ के साथ जब्त किए गए थे और न ही कोई अलग जब्ती मेमो था. इस प्रकार, फोन की जब्ती के लिए कोई औपचारिक दस्तावेज नहीं बनाए गए थे. एसईटी द्वारा जांच किए गए कई गवाहों ने कहा कि उनके कीमती सामान के साथ-साथ अन्य संदिग्धों को एनसीबी मुंबई के अधिकारियों द्वारा बिना दस्तावेजीकरण के ले जाया गया.

अरबाज मर्चेंट ने जिसे बताया ड्रग डीलर उसे भी छोड़ दिया गया


एक और मुद्दा जो वानखेड़े के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है, वह यह है कि आरोपी अरबाज मर्चेंट द्वारा एक सिद्दार्थ शाह को ‘चरस’ के डीलर के तौर पर बताने के बावजूद, NCB ने उसे मुक्त कर दिया. एजेंसी ने शाह की जांच की और बाद में एसईटी को पता चला कि व्हाट्सएप और टेलीग्राम दोनों पर उनके फोन चैट से पता चलता है कि वह ड्रग्स का सेवन कर रहे थे, इसके बावजूद उन्हें जाने दिया गया. शाह को एनसीबी की क्लीन चिट ने अब संदेह पैदा कर दिया है.

बैग से रोलिंग पेपर मिलने के बावजूद एक संदिग्ध को छोड़ा


एक अन्य संदिग्ध सौम्या सिंह, जिसका नाम NCB के सूचना नोट में आया था, उसको भी अधिकारियों द्वारा उसके बैग से रोलिंग पेपर बरामद करने के बावजूद क्लीन चिट दे दी गई थी. बाद में जब एसईटी ने उससे संपर्क किया और पूछताछ में सहयोग करने को कहा, तो वह पेश नहीं हुई. एसईटी को अपने मुंबई कार्यालय में भी बड़ी खामियां मिलीं, जब जांच के दौरान टीम ने तथ्यों को सत्यापित करने के लिए एनसीबी कार्यालय के सीसीटीवी उपकरण एकत्र किए, लेकिन फुटेज खराब पाया गया.

5 साल में समीर वानखेड़े ने की 6 विदेश यात्राएं


NCB मुंबई कार्यालय द्वारा प्रदान किया गया DVR और हार्ड डिस्क भी अलग-अलग थे. यह संकेत देते हुए कि यह महत्वपूर्ण फुटेज जानबूझकर SET को प्रदान नहीं किया गया था. रिपोर्ट ने वानखेड़े के विदेश दौरों के साथ-साथ उनकी लग्जरी घड़ियों पर होने वाले खर्च पर भी सवालिया निशान लगा दिया है. 2017 से 2021 तक लगभग पांच वर्षों की अवधि में, वानखेड़े ने यूके, आयरलैंड, पुर्तगाल, दक्षिण अफ्रीका और मालदीव जैसे देशों में परिवार के साथ छह निजी विदेश यात्राएं कीं.

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