उत्तर भारत में बारिश से भारी तबाही, कई लोगों की मौत

रणघोष अपडेट. देशभर से 

उत्तर भारत में रविवार को बारिश से भारी तबाही आई। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में इसका असर ज़्यादा दिखा। हिमाचल प्रदेश में  कम से पाँच लोगों के मारे जाने की ख़बर है। ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ गया और पूरे राज्य में भूस्खलन हुआ। भारत मौसम विज्ञान विभाग यानी आईएमडी ने राज्य के सात जिलों में ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है। नदी में उफान और कुल्लू-मनाली मार्ग पर पत्थर गिरने के बीच कुल्लू और मनाली से अटल टनल और रोहतांग की ओर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से रोक दी गई है। उत्तर भारत में भारी बारिश के कारण पिछले दो दिनों में क़रीब 12 लोगों के मारे जाने की ख़बर है। उत्तराखंड के उधम सिंह नगर में दो घरों के कुछ हिस्से ढह जाने से कम से कम दो लोगों की मौत हो गई, जबकि केदारनाथ से 11 तीर्थयात्रियों को ले जा रही एक जीप तड़के करीब 3 बजे टेहरी गढ़वाल जिले के मुनि की रेती इलाके में गंगा नदी में गिर गई। तीन यात्रियों की मौत हो गई, और पांच घायल हो गए। अन्य तीन लापता लोगों को ढूंढा जा रहा है।

हिमाचल: नदियों का बढ़ रहा जल स्तर

राज्य में ब्यास नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल यानी एसडीआरएफ और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल यानी एनडीआरएफ की कई इकाइयां कांगड़ा, मंडी और शिमला में तैनात की गई हैं। सोशल मीडिया पर साझा किए गए एक वीडियो  में कारों को पानी में बहते देखा जा सकता है। कुछ और वीडियो में सड़कों और पुलों को ध्वस्त देखा जा सकता है।

इस बीच भूस्खलन और बाढ़ से शिमला, सिरमौर, लाहौल और स्पीति, चंबा और सोलन जिलों में कई सड़कें अवरुद्ध हो गईं। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, कुल्लू में भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन में घर गिरने से रविवार को एक महिला की मौत हो गई। शिमला जिले के कोटगढ़ क्षेत्र में भूस्खलन के बाद एक घर ढहने से एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई। एक अन्य घटना में शनिवार रात चंबा की कटियां तहसील में भूस्खलन के बाद एक व्यक्ति जिंदा दफन हो गया। इस तरह पिछले 24 घंटों में हिमाचल प्रदेश में बारिश से संबंधित विभिन्न घटनाओं में कम से कम 9 लोगों की जान चली गई है। बाढ़ के बाद मनाली-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग भी अवरुद्ध हो गया। इससे पहले शनिवार को आईएमडी ने कहा था कि लाहौल और स्पीति जिले में लगातार हो रही बारिश के कारण अचानक बाढ़ और हिमस्खलन की आशंका है।

दिल्ली में रिकॉर्ड बरसात

दिल्ली के कई हिस्सों में भारी बारिश के कारण जलभराव और ट्रैफिक जाम की रिपोर्ट है। शहर में 24 घंटों में 153 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो 1982 के बाद से जुलाई में एक दिन में सबसे अधिक है। दिल्ली और इसके आसपास के इलाक़ों में आज भी भारी बारिश जारी रही। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार की छुट्टी रद्द करते हुए सभी अधिकारियों और मंत्रियों को समस्या वाले क्षेत्रों का निरीक्षण करने के लिए मौक़े पर रहने का निर्देश दिया।

दिल्ली सरकार के मेयर और मंत्रियों को निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए हैं। दिल्ली लोक निर्माण विभाग मंत्री आतिशी भी आज जलजमाव वाले इलाकों का दौरा करेंगी। राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्सों में रविवार को लगातार दूसरे दिन भारी बारिश से दिल्ली के आवासीय और वाणिज्यिक इलाकों में तबाही मच गई। सड़कों पर पानी भर गया और नालियां उफन गईं, जिससे बड़े पैमाने पर जलभराव हो गया और घंटों तक यातायात बाधित रहा। आईएमडी ने आज दिल्ली में और बारिश की भविष्यवाणी की है। कश्मीर में कई स्थानों पर भारी बारिश के कारण कुछ घंटों में झेलम नदी और उसकी सहायक नदियों में जल स्तर तेजी से बढ़ गया।मीडिया रिपोर्टों के अनुसार अधिकारियों ने जल निकायों के तटबंधों के पास रहने वाले लोगों को सतर्क रहने और पानी के पास जाने से बचने की सलाह दी है। मौसम विभाग ने कहा है कि हरियाणा और पंजाब के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई, जिससे दोनों राज्यों में पारा सामान्य सीमा से नीचे गिर गया।

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