गांव माजरा- भालखी में एम्स बनने की संभावना एक बार फिर जमीन पर उतरती नजर आ रही है। शुक्रवार को दोनों गांवों के ग्रामीण रेवाड़ी में केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के उनके आवास पर मिले। राव इंद्रजीत सिंह का एम्स को लेकर बेहद ही सकारात्मक रूख रहा। ग्रामीण भी अपनी जमीन देने के लिए नरम नजर आए। उन्होंने कहा कि राव इंद्रजीत सिंह जो भी निर्णय लेंगे वह उन्हें मंजूर होगा। राव ने कहा कि वे चाहते हैं कि किसान अपनी जमीन प्रति एकड़ 50 लाख रुपए की जो मांग कर रहे हैं वह पूरी कराए। अगर बीच का रास्ता भी निकलता हैं तो उसके लिए भी किसानों को मन से तैयार रहना चाहिए। मीटिंग में जमीन का मुआवजा 40 लाख से लेकर 50 लाख के बीच घूमता नजर आया। कुल मिलाकर दोनों गांवों की जमीन पर एम्स बनने की संभावना एक बार फिर नजर आने लगी है। मीटिंग में पूर्व चेयरमैन जितेंद्र माजरा, यशु प्रधान, जिला पार्षद आजाद नांधा, पूर्व चेयरमैन दयानंद, सरपंच देशराज माजरा, सरपंच राज सिंह भालखी, पूर्व सरपंच भालखी गौनी शर्मा, थावर सिंह , रोहताश पंच, राजेश, रविंद्र कुमार हाथी समेत अनेक ग्रामीण मौजूद थे। राव इंद्रजीत सिंह भी इन्हीं गांवों में एम्स को लेकर गंभीर है। उन्होंने कहा कि वे इस बारे में जल्द ही हरियाणा सरकार से बातचीत कर इस परियोजना को शुरू कराने का पूरा प्रयास करेंगे।