86 दिव्यांगों को 6 लाख 75 हजार रूपए के वितरित किए गए सहायक उपकरण
दिव्यांगजन अपने आप को असुरक्षित न समझे: डीसी यशेन्द्र सिंह
डीसी यशेन्द्र सिंह ने कहा कि दिव्यांग को कभी यह महसूस नहीं होना चाहिए कि वे दिव्यांग हैं। उनके पास भी जज्बा है और अपने दम पर कोई भी मंजिल हासिल कर सकते हैं। डीसी यशेन्द्र सिंह आज बाल भवन में दिव्यांगजन सहायक उपकरण वितरण समारोह में बोल रहे थे। डीसी ने इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए एसबीआई बैंक को बधाई देते हुए कहा कि दिव्यांगजनों के लिए यह बहुत ही पुण्य का कार्य किया है। डीसी ने कहा कि इस तरह का कार्यक्रम आयोजित कर एसबीआई बैंक व रैडक्रास सोसायटी ने सराहनीय कार्य किया है। उपायुक्त ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार दिव्यांगजनों को समाज की मुख्यधारा से जोडऩे के लिए हर समय प्रयासरत रहती हैं, और हर सम्भव सहयोग के लिए कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजन अपने आप को असुरक्षित न समझे, सरकार उनके साथ हैं। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजन हिम्मत बनाये रखे, उनमें भी आम आदमी जितनी क्षमता है। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजग आज हर क्षेत्र में कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को पहुंचाने के लिए दिव्यांगों की श्रेणी 7 से बढ़ाकर 21 कर दी गई है। उन्होंने कहा कि पांच वर्ष तक के मूक बधिर बच्चों के लिए विभाग छह लाख रुपये खर्च कर कोकलीयर इंप्लांट कराता है, ताकि वे सुन सकें। उन्होंने कहा कि आज रेवाडी जिले के 86 दिव्यांगजनों को 6 लाख 75 हजार रूपए के सहायक उपकरण प्रदान किये गये हैं। जिनमें 13 व्हीलचेयर, 24 कान की मशीन, 14 ट्राईसाईकिल मोटराईजड, 23 ट्राईसाईकिल, 12 बरेलकिट शामिल रहे। इस अवसर पर सीएमओ डॉ सुशील माही, जिला रैडक्रास सोसायटी के सचिव वाजिद अली, एसबीआई बैंक के डिप्टी मैनेजर संजय कुमार व ओपी चौधरी, संदीप यादव भी उपस्थित रहें।