कर्नाटक: भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुईं सोनिया गांधी

रणघोष अपडेट. देशभर से 

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी गुरूवार को भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुईं। आज यह यात्रा पांडवपुरा तालुक, मांड्या से शुरू हुई। सोनिया गांधी सोमवार को ही कर्नाटक के मैसूर पहुंच गई थीं। दशहरे के कारण 4-5 अक्टूबर को यात्रा नहीं हुई थी। कांग्रेस कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा निकाल रही है। निश्चित रूप से सोनिया गांधी के इस यात्रा में शामिल होने से कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में बेहद उत्साह है। यात्रा जब नागमंगला मांड्या जिले से होकर गुजरेगी तो कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी शुक्रवार को इस यात्रा में शामिल होंगी। भारत जोड़ो यात्रा केरल और तमिलनाडु में कई जगहों का सफर तय करते हुए अब कर्नाटक में चल रही है। कांग्रेस ने कहा है कि यात्रा में शामिल लोगों का उत्साह अदभुत है और तमिलनाडु और केरल के लोगों का यात्रा को जोरदार सहयोग मिला है। पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा के तहत पार्टी के तमाम नेता और कार्यकर्ता लगातार आगे बढ़ रहे हैं। यात्रा में शामिल कार्यकर्ताओं के हाथों में तिरंगा है। कांग्रेस नेताओं के मुताबिक, यात्रा के दौरान रास्ते में मिलने वाले लोगों में भी जबरदस्त उत्साह है।इस दौरान राहुल गांधी तमाम संगठनों के लोगों और सिविल सोसायटी के प्रतिनिधियों से लगातार बातचीत कर रहे हैं।

ऐसी और यात्राएं निकालेगी पार्टी

कांग्रेस ने एलान किया है कि वह ऐसी ही और यात्राएं निकालेगी। उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में भारत जोड़ो यात्रा निकालने के अलावा गुजरात के पोरबंदर से अरुणाचल प्रदेश के परशुराम कुंड तक एक और यात्रा निकालने की योजना पार्टी बना रही है।

जानिए, भारत जोड़ो यात्रा के बारे में कुछ अहम बातें।

  • भारत जोड़ो यात्रा 3570 किमी. लंबी है और 5 महीने तक चलेगी।
  • भारत जोड़ो यात्रा में शामिल कांग्रेस के नेता कंटेनर्स में सोते हैं। ऐसे 60 कंटेनर्स का इंतजाम किया गया है। कुछ कंटेनर्स में बिस्तर, टॉयलेट और एसी की व्यवस्था की गई है।
  • सुरक्षा वजहों से राहुल गांधी एक अलग कंटेनर में सोते हैं जबकि बाकी कांग्रेस नेता दूसरे कंटेनर्स में।
  • यात्रा में शामिल कांग्रेस नेता हर दिन 6 से 7 घंटे तक पदयात्रा करते हैं और 22-23 किमी. चलते हैं।
  • कांग्रेस के 119 नेता भी यात्रा में शामिल हैं। इन नेताओं का चयन साक्षात्कार के बाद किया गया है। 119 यात्रियों में 28 महिलाएं हैं।

यात्रा हर दिन आमतौर पर सुबह 7 बजे शुरू होती है और सुबह 10 बजे तक चलती है। कुछ घंटे के आराम के बाद यात्रा दिन में 3:30 बजे शुरू होती है और शाम को 7 बजे तक चलती है। इस दौरान लोगों से मुलाकात और जनसभाएं भी होती हैं। अरुणाचल प्रदेश से आने वाले आजम जोम्बला 25 साल के सबसे युवा यात्री हैं। अरुणाचल प्रदेश से ही 25 साल के बेम बाई नाम के शख्स भी यात्रा में शामिल हो रहे हैं। जबकि सबसे बुजुर्ग यात्री विजेंद्र सिंह महलावत राजस्थान के रहने वाले हैं और उनकी उम्र 58 साल है।

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