कैबिनेट मंत्री डॉ. बनवारीलाल ने कहा किसानों को जल्द मिलेगा स्ट्रक्चर का मुआवजा, अधिकारियों से हो चुकी है बातचीत
– माजरा एम्स में एक्सचेंज जमीन पर आने वाला खर्च सरकार उठाएगी
रणघोष अपडेट. चंडीगढ़
जिला रेवाड़ी के किसानों के लिए गुरुवार दोपहर एक राहत वाली खबर आईं। राज्य के कैबिनेट मंत्री डॉ. बनवारीलाल ने कहा कि एचएसआईआईडीसी द्वारा एमआरटीएस (मास रैपिड ट्रांजिट सिस्टम) प्रोजेक्ट के तहत अधिग्रहित की गई जमीन पर बने स्ट्रक्चर का बकाया मुआवजा भी जल्द ही जारी कर दिया जाएगा। साथ ही माजरा एम्स में एक्सचेंज जमीन पर आने वाला खर्च सरकार उठाएगी। साथ ही गांव माजरा में प्रस्तावित एम्स में एक्सचेंज जमीन के समय आने वाला खर्च भी सरकार उठाएगी। यह राशि कब जारी होगी यह स्पष्ट नहीं हुआ है। उधर किसानों ने कहा कि जब तक मुआवजा जारी नहीं होगा वे रेवाड़ी- दिल्ली स्टेट हाइवे पर गांव मसानी- खालियावास के पास दो दिन बाद धरना प्रदर्शन करने जा रहे हैं। गुरुवार को जींद के नरवाना टोल प्लाजा पर दिए गए धरने पर यह घोषणा की गईं। यहां बता दें की चार साल पहले एमआरटीएस (मास रैपिड ट्रांजिट सिस्टम) योजना के लिए एचएसआईआईडीसी द्वारा 7 कनाल 16 मरला जमीन अधिग्रहित की गई थी। 2020-21 में जिला रेवाड़ी में इस परियोजना के तहत कुल मुआवजा 201 करोड़ 53 लाख 62 हजार 130 रुपए अवार्ड हुआ। जिसमें 120 करोड़ रुपए जमीन अधिग्रहण के नाम पर किसानों को जारी कर दिए। बाकि 81 करोड़, 53 लाख, 62 हजार 130 रुपए की राशि इसी जमीन पर बने भवन की क्षतिपूर्ति के तौर पर 10 सितंबर 2021 को अवार्ड के तौर पर जारी कर दी। कायदे से अवार्ड के 30 दिन के भीतर यह राशि किसानों को मिल जानी चाहिए थी लेकिन एक साल तक किसान इस राशि को लेकर संघर्ष करते रहे।
कैबिनेट की मीटिंग के दौरान अधिकारियों से की बात
कैबिनेट मंत्री डॉ. बनवारीलाल ने कैबिनेट की मीटिंग के दौरान इस बारे में अधिकारियों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि जब किसानों को जमीन का मुआवजा मिल गया तो उस जमीन पर बने स्ट्रक्चर की राशि किस आधार पर रोकी जा रही है। यह तर्कसंगत नहीं है। कायदे से जिसे जमीन का मुआवजा मिल चुका है उसके बकाया स्ट्रक्चर की राशि भी जाए। इससे सरकार की छवि खराब होती है। इस पर अधिकारी सहमत हो गए। हमें उम्मीद है कि जल्द ही यह राशि जारी हो जाएगी।
जब तक मुआवजा खातों में नहीं आएगा संघर्ष जारी रहेगा
रेवाड़ी मुआवजा राशि का मामला जींद के नरवाना में दिए गए धरना प्रदर्शन में भी उठा। भाकियू चढ़ुनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढुनी को रेवाड़ी के किसानों ने जिला राजस्व विभाग की रिपोर्ट सौंपी जिसमें 15 बार मुआवजा को लेकर चंडीगढ़ पत्र भेजा गया था। रेवाड़ी के जिला अध्यक्ष समे सिंह, राकेश ढोकिया, मुन्नी बुढपुर, कमलेश टहना ने कहा कि हम सरकार के मौखिक भरोसे चुप नहीं रहेंगे। यह हमारा हक है। जब तक मुआवजा खातों में नहीं आएगा हम संघर्ष करते रहेंगे। दो दिन बाद रेवाड़ी- दिल्ली स्टेट हाइवे पर गांव मसानी- खालियावास के बीच में किसान धरना प्रदर्शन शुरू करने जा रहे हैं। हमारे सामने स्थिति करो या मरो की बन चुकी है।