-रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाने के लिए करें गिलोय बेल, अश्वगंधा व तुलसी का प्रयोग
रणघोष अपडेट. कोसली
एसडीएम होशियार सिंह ने कहा कि कोरोना का प्रभाव धीरे धीरे कम होता जा रहा है,ऐसे में कोरोना से घबराने की जरुरत नहीं ,बल्कि सावधानी रखने में किसी प्रकार की कोताही नहीं बरतनी चाहिए। कोरोना की दूसरी लहर समाप्ति की ओर है,वर्तमान में कोसली क्षेत्र में 96 प्रतिशत मरीज कोरोना को हरा चुके हैं,जबकि 4 मरीजों का होम आईसोलेशन में उपचार चल रहा है। उन्होंने कोरोना संक्रमण के प्रभाव को लेकर उपमंडल के नागरिकों से महामारी से बचाव के लिए सभी सावधानियां बरतने की अपील की है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक नागरिक आयुर्वेद से अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढा सकते हैं। उन्होंने कहा कि गिलोय बेल, अश्वगंधा तथा तुलसी रोग प्रतिरोधक क्षमतावर्धक है जिनका सेवन करके हम अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ सकते है। एसडीएम ने बताया कि कोरोना के साधारण लक्षण वाले मरीज प्रात: नित्य उठकर अनुलोम-विलोम करें, गर्म पानी की भाप लें तथा हल्के गर्म पानी से गरारे करें। योग व आयुर्वेद के माध्यम से किसी भी बीमारी को जड़ से समाप्त किया जा सकता है।उन्होंने बताया कि काली मिर्च, तुलसी, दालचीनी, सोंठ का सेवन करना बहुत जरुरी तथा तुलसी,दाल चीनी,मुनका, काली मिर्च, सौंठ,चीनी से बना काढ़ा कोरोना के बचाव में भी मददगार है, जो हमें खाँसी, जुकाम और बुखार से भी बचाता है। कोसली क्षेत्रवासी अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए पौष्टिक आहार का सेवन करें। साथ ही नियमित रूप से पानी या अन्य तरल पदार्थ पीते रहें। एसडीएम होशियार सिंह ने कहा कि रोजाना खाने-पीने की चीजों में आंवला व च्वयनप्राश को शामिल किया जाए, इनमें विटामिन-सी भरपुर मात्रा में होता है जोकि हमारे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढाकर रोगों से लडऩे की उर्जा प्रदान करता है।