चुनाव कभी छोटा- बड़ा नहीं होता, यह मतदाता- प्रत्याशियों का सीधा अपमान
पूर्व विधायक रणधीर सिंह कापड़ीवास ने एक बार फिर केंद्रीय मंत्री राव इद्रजीत सिंह के दिए गए बयान पर हमला बोला है। कापड़ीवास ने कहा कि नगर परिषद एवं पंचायत चुनाव किसी भी नेता के लिए पहली सीढ़ी है। ईमानदारी से सेवा का भाव भी यहीं से शुरू होता है। इसलिए ही मैंने आरती राव का नाम नगर परिषद चेयरमैन पद के लिए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष, मुख्यमंत्री मनोहर लाल, एवं चुनाव प्रभारी प्रो. रामबिलास शर्मा को सुझाया था। साथ ही मेरा यह भी सोचना है कि इस बहाने सांसद इंद्रजीत सिंह को आरती को चुनाव लड़ाने की इच्छा भी पूरी हो जाएगी। कापड़ीवास ने कहा कि मुझे हैरानी है कि इन्द्रजीत सिंह ने आरती का नाम चेयरपर्सन उम्मीदवार के लिए आगे बढ़ाने को साजिश करार दिया है तथा कहा है कि बड़े लक्ष्य के लिए कार्य करने के लिए वह छोटे लक्ष्य में नहीं उलझते। ऐसा कहकर इंद्रजीत सिंह ने नगर परिषद व पंचायत चुनाव लड़ने वाले सभी उम्मीदवारों का अपमान किया है। जनता की सेवा छोटी–बड़ी नही होती यदि चुनाव लड़ने वाले की नीयत साफ हो। मेरा तो यह मानना था कि नगर परिषद के चेयरपर्सन का चुनाव किसी एमएलए के चुनाव से कम नहीं है तथा यह चुनाव आरती को लड़ाकर इन्द्रजीत सिंह की इच्छा भी पूरी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि मैं पूरे साफ मन से कह रहा हूं कि यदि आरती चुनाव लड़ती है तो मेरी शुभकामनाएं भी उसके साथ है। कापड़ीवास ने इन्द्रजीत सिह की इस बात को भी गलत ठहराया कि नगर परिषद व पंचायत चुनाव लड़ना छोटा लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने कभी अपने गांव की सरपंची तक न छोड़ी हो वह आज इन चुनाव को छोटा लक्ष्य बताएं यह भारतीय संविधान का भी अपमान है।