टमाटर ही नहीं, खाने-पीने की सब चीजों ने बिगाड़ा जायका, संसद में सरकार ने पेश क‍िए आंकड़े

खाद्य पदार्थों की आसमान छूती कीमतों ने आम आदमी की कमर तोड़ कर रख दी है. बरसाती मौसम में टमाटर ही लाल नहीं है, दूसरी खाने-पीने की चीजों में भी र‍िकॉर्डतोड़ बढ़ोतरी दर्ज की गई है. आलू को छोड़ दें तो बाकी अन्‍य दूसरी खाद्य सामग्र‍ियों ने लोगों की जेब हल्की करने का काम किया है. संसद के मॉनसून सत्र में खाद्य और उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने इस सप्ताह खाद्य पदार्थों को लेकर सरकारी आंकड़े भी पेश क‍िए हैं. सरकारी आंकड़ों से पता चलता है कि आलू को छोड़कर अन्य खास खाद्य पदार्थों की कीमतों में भी बड़ा उछाल आया है.
टाइम्‍स ऑफ इंड‍िया में प्रकाश‍ित र‍िपोर्ट के मुताब‍िक खाद्य और उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने इस सप्ताह संसद को बताया कि पिछले एक साल में तुअर दाल की कीमतों में अधिकतम 28% की वृद्धि दर्ज की गई. इसके बाद चावल (10.5%), उड़द दाल और आटा (प्रत्येक मामले में 8%) की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है. गुरुवार को चावल की औसत खुदरा कीमत 41 रुपये प्रति किलोग्राम थी, जो एक साल पहले 37 रुपये थी. मंत्रालय ने तुअर दाल की कीमत में बढ़ोतरी के लिए घरेलू उत्पादन में कमी को जिम्मेदार ठहराया है. इसमें कहा गया है कि 2022-23 फसल वर्ष के लिए कृषि मंत्रालय के तीसरे अग्रिम अनुमान में पिछले फसल वर्ष के दौरान 42.2 लाख टन की तुलना में तुअर दाल का उत्पादन 34.3 लाख टन होने का अनुमान लगाया गया है.
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के मूल्य निगरानी सेल के अनुसार, गुरुवार को तुअर दाल की औसत खुदरा कीमत 136 रुपये प्रति किलोग्राम थी, जबकि पिछले साल यह 106.5 रुपये प्रति किलोग्राम थी. उड़द दाल की कीमत पिछले साल के 106.5 रुपये से बढ़कर 114 रुपये प्रति किलो हो गई है. मूंग दाल की कीमत भी अब 102 रुपये प्रति किलोग्राम है, जो पिछले साल 111 रुपये थी.
मंत्रालय ने कहा कि सब्जियों में आलू की अखिल भारतीय औसत खुदरा कीमत पिछले साल की तुलना में लगभग 12% कम है जबकि प्याज की कीमत एक साल पहले की तुलना में लगभग 5% अधिक है.
मंत्रालय ने टमाटर की कीमतों पर कहा क‍ि हाल के हफ्तों में फसल की मौसमी स्थिति, कोलार में सफेद मक्खी की बीमारी, देश के उत्तरी हिस्से में मॉनसून की बारिश के तत्काल आगमन जैसे कारकों के म‍िल जाने की वजह से टमाटर की कीमतें बढ़ी हैं ज‍िसका बुरा प्रभाव भी पड़ा है. हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में टमाटर की फसलें प्रभावित हुईं और भारी बारिश के कारण अलग-अलग इलाकों में सप्लाई बाधित हुई.
सरकारी आंकड़े बताते हैं कि गुरुवार को टमाटर की औसत कीमत 140 रुपये प्रति किलो थी, जो पिछले साल 34 रुपये थी. उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में जहां टमाटर की अधिकतम कीमत 257 रुपये प्रति किलो थी. वहीं, दिल्ली में टमाटर की कीमत 213 रुपये है और मुंबई में 157 रुपये प्रति किलो के ह‍िसाब से बिक रहा था.

 

 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *