दिल्ली तलब किए गए हिमाचल के सीएम जयराम ठाकुर, अटकलें तेज, कांग्रेस का तंज- बचा लें अपनी कुर्सी

 रणघोष अपडेट. देशभर से 

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को भारतीय जनता पार्टी हाईकमान ने मंगलवार को दिल्ली तलब किया है। गुजरात में मुख्यमंत्री बदलने जाने के एकदम बाद सीएम जयराम ठाकुर को दिल्ली बुलाए जाने पर अटकलें तेज हो गई हैं। इस बहाने कांग्रेस ने बीजेपी को घेरना शुरू कर दिया है और यहां तक कह दिया है कि मुख्यमंत्री जयराम को हटाया जा रहा है। मुख्यमंत्री के साथ उनके प्रधान निजी सचिव डॉ। आरएन बत्ता भी दिल्ली जा रहे हैं। सीएम जयराम ठाकुर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मंगलवार दोपहर में मुलाकात करेंगे। ये मुलाकात इसलिए भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि प्रदेश में उपचुनाव होने हैं और अगले साल अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में बीजेपी राज्यों में अपने नेतृत्व को मजबूत करने में जुटी है, जिसके चलते हिमाचल को लेकर भी चर्चाएं तेज हो गई हैं।दरअसल, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को 5 दिन के अंदर ही दोबारा दिल्ली बुलाया गया है। गुजरात प्रकरण के फौरन बाद सीएम को शिमला से दिल्ली बुलाए जाने के घटनाक्रम से तमाम तरह की कयासबाजी तेज हो गई है। मुख्यमंत्री इससे पहले बुधवार को नई दिल्ली गए थे। उनकी बुधवार देर रात को भी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से बात हुई थी। गुरुवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भी हिमाचल आने का न्योता देने और केंद्रीय मंत्रियों से मिलने के बाद वह उज्जैन चले गए थे। रविवार को ही नई दिल्ली से शिमला पहुंचे थे कि उन्हें फिर से हाईकमान का बुलावा आ गया। कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि पांच नहीं छह मुख्यमंत्री बदलने हैं। इसलिए जयराम ठाकुर अपनी कुर्सी बचा लें। उन्होंने कहा कि बीजेपी को लेकर लोगों में भारी गुस्सा है। कृषि कानूनों को लेकर हरियाणा में जिस तरह बीजेपी रैली नहीं कर सकती, उसी तरह बागवानों के खिलाफ मंत्री द्वारा बीजेपी को लेकर लोगों में भारी गुस्सा है। कृषि कानूनों को लेकर हरियाणा में जिस तरह बीजेपी रैली नहीं कर सकती, उसी तरह बागवानों के खिलाफ मंत्री द्वारा दिए गए बयान के बाद बीजेपी अब शिमला में भी रैली नहीं कर सकती है। बता दें कि विजय रुपाणी पिछले छह महीने में हटाए जाने वाले बीजेपी के 5वें मुख्यमंत्री बन गए हैं। पहले असम में चुनाव नतीजों के साथ ही नेतृत्व परिवर्तन हुआ, असम में सर्बानंद सोनोवाल की जगह हेमंत बिस्वा सरमा मुख्यमंत्री बनाए गए हैं। इसके बाद फिर उत्तराखंड में दो सीएम बदले गए, पहले त्रिवेंद्र सिंह रावत को हटाकर तीरथ सिंह रावत को सत्ता की कमान सौंपी गई और तीन महीने के बाद उनकी जगह पुष्कर धामी को सीएम बनाया गया है।

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