दिल्ली में ऑक्सीजन को लेकर मचा हाहाकार, इन अस्पतालों में बचा है केवल कुछ घंटों का स्टॉक

देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले जहां कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। वहीं अब ऑक्सीजन की किल्लत ने दोहरी परेशानी खड़ी कर दी है। सेंट स्टीफंस अस्पताल ने बुधवार को एक बयान जारी करके बताया है कि उनके यहां ऑक्सीजन की भारी कमी हो गई है। अस्पताल में केवल एक से डेढ़ घंटे की ऑक्सीजन बची है। वहीं गंगाराम में पांच घंटे तो अपोलो अस्पताल में 10-12 घंटे के लिए ऑक्सीजन बची है।

स्टीफंस अस्पताल में 350 मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं। यदि अस्पताल को जल्दी से ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं मिलती है तो इन मरीजों की जान खतरे में पड़ सकती है। स्टीफंस अस्पताल के एसोसिएट मेडिकल डायरेक्टर डॉक्टर जॉन पुन्नूज ने कहा, ‘स्टीफंस अस्पताल में अगले एक से डेढ़ घंटे की ऑक्सीजन बची है। 350 मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं। हरियाणा के फरीदाबाद से ऑक्सीजन सप्लाई करने वाला वेंडर लिंडे इंडिया सप्लाई नहीं लेकर पहुंचा है।’

अस्पताल के जनसंपर्क अधिकारी का कहना है कि ऑक्सीजन की आपूर्ति करने वाली कंपनी ने ऑक्सीजन देने से मना कर दिया है। मरीजों की जिंदगी बचाने के लिए अस्पताल ने तुरंत ऑक्सीजन सप्लाई करने की मांग की है। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि जितनी जल्दी हो सके ऑक्सीजन की सप्लाी की जाए वरना मरीजों के लिए परेशानी बढ़ जाएगी। हालांकि अब वेंडर ने अस्पताल को छह बजे तक ऑक्सीजन देने का भरोसा दिया है।

गंगाराम में बची पांच घंटे की ऑक्सीजन
गंगाराम अस्पताल भी ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहा है। अस्पताल में केवल पांच घंटे की ऑक्सीजन बची है। इसकी जानकारी खुद अस्पताल प्रशासन ने दी। प्रशासन ने कहा, वर्तमान में गंगा राम सिटी अस्पताल में आईसीयू में 10 सहित 58 कोविड रोगी भर्ती हैं। 35 मरीज भर्ती होने के इंतजार में हैं। हमारे पास केवल पांच घंटे की ऑक्सीजन बची है।

अपोलो अस्पताल में है केवल 10-12 घंटे की ऑक्सीजन
अपोलो अस्पताल में बिना किसी विकल्प के सभी रोगियों के लिए केवल 10-12 घंटे की ऑक्सीजन आपूर्ति उपलब्ध है। अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई में होने वाली देरी का गंभीर असर 350 से अधिक कोविड-19 मरीजों पर पड़ेगा जो ऑक्सीजन पर निर्भर हैं।

दिल्ली सरकार ने की यूपी सरकार से बात
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री का दावा है कि सोमवार को दिल्ली को 240 मीट्रिक टन, मंगलवार को 365 मीट्रिक टन ऑक्सीजन मिली, जबकि इस समय दिल्ली को रोजाना 700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की जरूरत है। ऑक्सीजन की कमी को लेकर दिल्ली सरकार ने कल यूपी सरकार से बात की ताकि यूपी के मोदीनगर से दिल्ली को लगातार ऑक्सीजन मिलती रहे।

लखनऊ के दो बड़े प्राइवेट अस्पतालों में खत्म हुआ ऑक्सीजन
यूपी की राजधानी लखनऊ के अस्पतालों में ऑक्सीजन का भारी संकट खड़ा हो गया है। सबसे बड़े जिला अस्पताल बलरामपुर में कुछ ही घंटों का ऑक्सीजन बचा है। प्राइवेट अस्पतालों में ऑक्सीजन का स्टॉक खत्म हो गया है। मेयो हॉस्पिटल ने गेट के बाहर ऑक्सीजन का स्टॉक खत्म होने और अपने मरीजों को हायर सेंटर ले जाने का नोटिस चिपका दिया है। टीएस मिश्र हॉस्पिटल ने भी मरीजों को ले जाने के लिए कह दिया है। कुछ और प्राइवेट अस्पतालों में भी ऑक्सीजन खत्म होने की बात कही जा रही है।

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