ग्रेटर नोएडा में पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. पुलिस ने छोटी कंपनियों और कई गैर सरकारी संगठनों (एनजीओ) को कथित रूप से ठगने वाले गिरोह के तीन ठगों को गिरफ्तार किया है. ठगी का शिकार बनाने वाली डीके गैंग का भंडाफोड़ करते हुए ठगों के पास से पुलिस को 8.30 करोड़ रुपये मूल्य के नकली नोट जब्त किये हैं. सभी 500-500 के नोट थे. दनकौर कोतवाली थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया. एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि इन तीनों आरोपियों को रविवार 29 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया. तीनों आरोपियों को उस समय गिरफ्तार किया गया जब वे दिल्ली से लखनऊ जा रहे थे. जानकारी के अनुसार ये तीनों उस गिरोह का हिस्सा है, जिसे लखनऊ से उसका सरगना संचालित कर रहा है. अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (ग्रेटर नोएडा) अशोक कुमार ने बताया कि दनकौर थाने के अधिकारियों ने गश्त के दौरान राजमार्ग पर उन्हें गिरफ्तार किया. पुलिस ने सलारपुर अंडरपास के पास दो लोगों को संदेह होने पर बुलाया तो वह पुलिस को देखकर भागने लगे. पुलिस ने पीछा कर दोनों आरोपियों को पकड़ा. आरोपियों की पहचान विशाल व मोबिन के रूप में हुई. वहीं आरोपियों की निशानदेही पर उपेन्द्र सिंह को भी गिरफ्तार किया गया.
संदेह के आधार पर पकड़ाए आरोपी
अशोक कुमार ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि पुलिस ने पहले दो आरोपियों को सलारपुर अंडरपास के पास पकड़ा और पूछताछ के दौरान उन्होंने बताया कि उनका तीसरा साथी आसपास ही है. जब तीनों को हिरासत में लिया गया तब उन्होंने कबूल किया कि वे एक ऐसे गिरोह का हिस्सा हैं, जो छोटी कंपनियों और गैर सरकारी संगठनों को ठगने के लिए जाली नोटों का इस्तेमाल किया करता है.
मुख्य सरगना की तलाश में पुलिस
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त के अनुसार आरोपियों ने यह भी बताया कि उनका सरगना लखनऊ में है तथा पुलिस टीम पहले से ही उसे गिरफ्तार करने में लगी है. पुलिस ने तीनों की पहचान विशाल चौहान, मोबिन खान और उपेंद्र सिंह के रूप में की है. विशाल दिल्ली की जेजे कॉलोनी, मोबिन खान शाहजहांपुर और उपेंद्र सिंह आगरा का रहने वाला हैं. पुलिस को तीनों आरोपियों के पास से 2.34 लाख रुपये नकद बरादम हुए. वहीं 8.30 करोड़ रुपये मूल्य के नकली नोट भी बरामद किये. ये नकली नोट 500-500 रुपये के हैं. पुलिस ने दनकौर थाने में प्राथमिकी दर्ज की है.