बड़ी खबर : कुंड बाजार में लटकते तारों से ट्रक में आग लगी, बड़ा हादसा टला, तारों को बदलने के लिए बिजली निगम को चाहिए कुर्बानी

–     तारों को बदलवाने के लिए बिजली निगम एस्टीमेंट पास कर बाजार में खंभे भी खड़े करवा चुका है। अब अधिकारियों का कहना है कि तारों को लगाने के लिए उनके पास लेबर नहीं है।


–    8 माह पहले डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने दिया था आदेश, अधिकारियों ने मांगा था एक माह का समय, 14 अप्रैल को रेवाड़ी में होंगे चौटाला


लगता है कि बिजली निगम में किसी की कुर्बानी या हादसा होने के बाद ही अपने काम में करंट आता है। गांव कुंड के बाजार में मंगलवार को एक बहुत बड़ा हादसा होने से टल गया। शाम साढ़े 5 बजे बिनौला से भरा ट्रक जब बाजार से गुजर रहा था वहां जगह जगह लटक रहे तारों से छू गया। छूते ही तारों से चिंगारी निकली और वह ट्रक की बोरियों में जा गिरी। बोरियों में बिनौले थे जाहिर था कि वे आग के संपर्क में जल्दी आ जाते हैं। देखते ही देखते आग 15-20 बोरियों तक तेजी से फैलती चली गईं। आस पास के लोगों ने तत्परता दिखाते हुए चारों तरफ से ट्रक में पानी डालना शुरू कर दिया। पूरी तरह अफरा तफरी का माहौल बन गया। डर था कि यह आग कहीं ट्रक की टंकी तक नहीं पहुंच जाए नहीं तो बड़ा विस्फोट हो सकता था। लोगों की सजगता और समझदारी से बड़ा हादसा होने से टल गया।

सरासर कोताही कर रहा बिजली निगम, चार दिन पहले अधिकारियों से मिले थे ग्रामीण

 चार रोज पहले गांव के कुछ ग्रामीण पाली गोठड़ा स्थित पॉवर हाउस में जेई से मिले थे। उन्होंने कहा कि सबकुछ तैयार है। खंबे लगा दिए हैं। बिजली तारों के लिए हमारे पास लेबर नहीं है। अगर जल्दी है तो ग्रामीण 4-5 हजार रुपए एकठ्‌ठे कर प्राइवेट लेबर से यह काम करवा सकता है। प्राइवेट तौर पर व्यवस्था हम करवा देंगे। ग्रामीणों को समझ में नहीं आ रहा था कि निगम के अधिकारी ऐसा कहकर गांव पर अहसान कर रहे हैं या कोई सौदेबाजी कर रहे हैं।

8 माह पहले डिप्टी सीएम ने एसई रेवाड़ी को दिया था आदेश

8 माह पहले आन लाइन शिकायत पर डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला कार्यालय से एसई रेवाड़ी को तुरंत प्रभाव से तारों को बदलवाने के लिए कहा था। जिस पर टीम भी मौके पर पहुंची थी। उन्होंने एक माह में तारों को बदले जाने का भरोसा दिलाया था। उसके बाद ग्रामीणों को तारीख पर तारीख मिलती चली गईं। पहले कहां गया तार नहीं है। अब तार आ गए तो लेबर नहीं है।

कई बार हो चुके हैं हादसे

ऐसा नहीं है कि सालों से जर्जर हालत में इन तारों की वजह से यह पहला हादसा है। कई बार तार टूटकर सड़क पर गिर चुके हैं। कुछ घायल हो चुके हैं। दूसरा आबादी के हिसाब से ट्रांसफार्मर नहीं बदला गया।

जगमग योजना में सबसे पहले शामिल किया गया था कुंड

 जब राज्य सरकार ने प्रदेश में जगमग योजना शुरू की थी तो गांव कुंड खोल खंड में सबसे पहले इस योजना में शामिल किया गया था। यहां बिजली बिल की रिकवरी शत प्रतिशत रहती है। चोरी के मामले ना के बराबर है। इसके बावजूद तारों को नहीं बदला जाना निगम की कार्यप्रणाली पर कई तरह के सवाल खड़े कर रहे हैं।

 14 को रेवाड़ी में होंगे दुष्यंत चौटाला

 डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला 14 अप्रैल को शहर में बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर की बनी कांस्य प्रतिमा का अंबेडकर चौक पर अनावरण करेंगे। ऐसे में सवाल उठता है कि जब डिप्टी सीएम के आदेश के बावजूद बिजली से जुड़ी एक छोटी सी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो दावों में कितनी सच्चाई है। यह देखने वाली बात है।  

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