राम रहीम- आशाराम जेल में, प्रदीप मिश्रा जी बीमार, रामदेव माफी मांग रहे

…… हे ! राम तुम बताओ मै कहां जाऊ ?


-बस डर रहा हू की कही बाबा बागेश्वर धाम के पास जाते ही उन्हें कुछ नहीं हो जाए। 


रणघोष खास. प्रदीप हरीश नारायण

हे मर्यादा पुरुषोतम श्री राम तुम कहा हो..। इतना तो बता दो तुम्हारे नाम से धरती पर धर्म के बाजार में आस्था का द्रोपदी की तरह चीरहरण होता रहेगा। यह तुम्हारी लीला है या कुछ ओर..। समझ में नहीं आ रहा। हमें सही मार्ग दिखाओ परमेश्वर..।

जिस योग गुरु बाबा रामदेव के कहने पर हमने उनके बनाए प्रोडेक्ट का जीवन में इस्तेमाल किया वहीं बाबा सुप्रीम कोर्ट में हाथ जोड़कर माफी मांग रहे हैं की उन्होंने अपना सामान बेचने के लिए भ्रामक विज्ञापन से भरोसे को तार तार किया। गलती हो गई ऐसा नहीं करेंगे। क्षमा करे। कुछ साल पहले आशाराम जिसे बापू के नाम से हमने आपका प्रतीक मानकर उन्हें हमेशा नमन किया। वे भी दुष्कर्म जैसे संगीन अपराधों के चलते जेल में है। यही हाल गुरमीत सिंह का जो राम रहीम बनकर हमारे दिलो दिमाग में लंबे समय तक बसे रहे और अब वे भी जेल में स्वयं का जीवन दर्शन तलाश रहे हैँ। कथा वाचक प्रदीप मिश्रा जी से हमें पूरी उम्मीद थी। उन्हें सुनने ओर देखने के लिए अच्छा खासा संघर्ष करना पड़ता है। उनके कहने पर एक लोटा जल हर समस्या का हल उपाय को अपने घर में सख्ती से लागू करा दिया। उनका दावा था की ऐसा करने से तमाम तरह की समस्या का निवारण हो जाता है। यहा तक की उनके कथा दरबार में किसी भक्त की अर्जी लगते ही उसकी बड़ी से बड़ी बीमारी तक दूर हो जाती है। ऐसा हम जैसे भक्त दावा करते रहे हैं।  शिक्षा में जिसका मन नहीं लग रहा वह बच्चा मिश्रा जी के उपाय से परीक्षा में अच्छे नंबरों से पास हो जाता है। ऐसा वे अपनी कथा के दौरान बताते रहे हैं। उनके पास महादेव के नाम से करिश्माई उपाय व मंत्र है। हो सकता है की यह करिश्मा हो। इसलिए उनकी कथा सुनने के लिए लाखों की भीड़ उमड पड़ती है। अब मिश्रा जी भी पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे हैं। डॉक्टरों ने उन्हें कुछ समय तक कथा नहीं कर आराम करने की सलाह दी है। इसलिए इस माह नीमच में होने वाली कथा को अचानक डॉक्टरों के कहने पर  स्थगित करना पड़ा। अब समझ में यह नहीं आ रहा की अपनी मौजूदा समस्या का समाधान के लिए अब  किस गुरु की शरण में जाऊ। किसी ने कहा बाबा बागेश्वरधाम के पास जाओ। उनके पास भी चमत्कारिक उपाय है। इसलिए हे प्रभु श्री राम मै हिम्मत हारने वाला नहीं हूं। बस डर रहा हू की कही बाबा बागेश्वर धाम के पास जाते ही उन्हें कुछ नहीं हो जाए। जिस माता पिता ने पाल पोसकर लायक बनाया उनकी यह हैसियत नहीं की वे मुझे समझ पाए। मेरी समस्या को महसूस करे। इसलिए हे श्री राम मेरी अर्जी स्वीकार करो की मै अब किस गुरु के पास जाऊ। आसमान से कोई पर्ची किसी गुरु के नाम की मेरी घर की छत पर गिरा दो। बस इतना कर दो..