कोविड गाइड लाइन के चलते 15 लोगों की मौजूदगी में की शादी, क्लब ने वसूल लिए 150 लोगों के लंच का खर्चा
सेक्टर चार स्थित हुडा जिमखाना क्लब राज्य सरकार की कोविड-19 को लेकर जारी गाइड लाइन का गलत तरीके से फायदा उठाने के मामले में फंस गया है। 30 अप्रैल को क्लब में जालंधर कैंट में कार्यरत कर्नल रिषी देव ने अपनी बेटी की शादी की थी। उन्होंने हरियाणा सरकार की तरफ से जारी गाइड लाइन की पालना करते हुए एसडीएम रोहतक की अनुमति पर परिवार के 15 सदस्यों की मौजूदगी में इस आयोजन को पूरा किया था। इस गाइड लाइन को लेकर 16 अप्रैल को सरकार की तरफ से पत्र जारी हुआ था। इससे पहले कर्नल के पारिवारिक सदस्यों ने क्लब मैनेजर को 100-150 लोगों के आने का मीनू फाइनल कर 750 रुपए प्रति प्लेट के हिसाब एक लाख रुपए की राशि बजट के आधार पर एडवांस के तोर पर 70 हजार रुपए जमा करा दिए थे। उस समय शादी में सदस्यों की संख्या को लेकर कोई गाइड लाइन जारी नहीं हुई थी। परिवार भी अपनी तैयारी में पूरी तरह जुट गया था। कुछ दिन बाद हरियाणा में कोविड के तेजी से बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने शादी में 15 से ज्यादा लोगों पर पाबंदी लगाने की गाइड लाइन जारी कर दी। चूंकि जिमखाना क्लब सरकार की देख रेख में आता है। जाहिर है क्लब को सबसे पहले इस गाइड लाइन की पालना करना जरूरी था। कर्नल रिषी देव ने डीसी कैप्टन मनोज को भेजी शिकायत में लिखा है वे बेहद जिम्मेदारी पद पर है। शादी में आने वाले विशेष मेहमान भी सरकार की गाइड लाइन को प्राथमिकता में रखकर चल रहे थे। इसलिए 26 अप्रैल को एसडीएम रोहतक से शादी अनुमति का पत्र प्राप्त कर लिया था। दिन में शादी का आयोजन तय हुआ। हम 30 अप्रैल को क्लब पहुंचे तो वहां कोविड-19 को लेकर जो जरूरी सावधानियां बरतनी चाहिए थी वह नजर नहीं आईं। हम हैरान थे कि हमारे बराबर के हॉल में भी दूसरा आयोजन चल रहा था जबकि हमें बताया गया कि उनके अलावा किसी का कोई आयोजन नहीं है। चूंकि शादी का माहौल था। कोविड संक्रमण के बढ़ते मामलों से बने हालातों को देखते हुए हमने तीन घंटे में शादी की रस्म को पूरा करवाया। जब क्लब को समय पर ही 15 लोगों की अनुमति का पत्र मिल गया था। जाहिर है कि उसी हिसाब से ही लंच एवं अन्य तरह की तैयारियां के आधार पर चार्ज लिए जाना चाहिए। शादी के दौरान हीं क्लब मैनेजर रवि ने बकाया 30 हजार रुपए जमा कराने के लिए कहा तो हम चौंक गए। उलटा उन्हें एडवांस में जमा 70 हजार की राशि में 15 मेहमानों के हिसाब से खर्च जोड़कर बाकी राशि लौटानी थी। शादी का माहौल था कोई विवाद नहीं हो जाए इसलिए 30 हजार रुपए भी जमा करा दिए। कर्नल रिषी देव के मुताबिक यह हैरानी की बात है कि हमने कोविड संक्रमण के मददेनजर सरकार की जारी गाइड लाइन की पूरी तरह पालना की। बजाय उसकी सराहना करने के क्लब वाले 150 लोगों की बुकिंग के नाम पर पूरी राशि हड़प गए। उधर इस बारे में क्लब मैनेजर रवि ने माना कि कर्नल परिवार की तरफ से एक लाख रुपए जमा हुए है। 70 हजार पहले शादी के दिन 30 हजार रुपए। उसने बताया कि यह राशि 100 से ज्यादा मेहमानों के आधार पर तय हुई थी। मैनेजर का कहना है कि उसी हिसाब से हमने तैयारी की थी। अगर उनकी तरफ से लोग नहीं आए तो हमारी क्या गलती है। हमारा तो सीधा नुकसान हो रहा था। क्लब में शादी को लेकर अनुमति उनकी तरफ से ली गई थी। शादी में कितने लोग आए इसकी जिम्मेदारी उनकी है हमारी नहीं। यहां बता दें कि जिमखाना क्लब सरकार के हुडा महकमें के अंतर्गत आता है जिसे चलाने के लिए ठेका छोड़ा जाता है। ऐसे में क्लब की ज्यादा डयूटी बनती है कि वह कोविड- 19 की गाइड लाइन की पूरी तरह से पालना कराए जबकि हो रहा है उलटा। शिकायत डीसी एवं राज्य सरकार को भेजी जा चुकी है।