लंबे भाषण के लिए अमित शाह ने अनिल विज को चार बार टोका

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हरियाणा के सूरजकुंड में आयोजित एक कार्यक्रम में राज्य के गृह मंत्री अनिल विज को उनके 8.30 मिनट के भाषण में चार बार टोक दिया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। अनिल विज हरियाणा बीजेपी के वाकपटु नेताओं में गिने जाते हैं और तमाम मुद्दों पर उनकी राय सोशल मीडिया और टीवी चैनलों पर देखने को मिलती रहती है। गृह मंत्रालय ने फरीदाबाद के सूरजकुंड में आंतरिक सुरक्षा पर दो दिन के चिंतन शिविर का आयोजन किया है। चिंतन शिविर में 10 राज्यों के मुख्यमंत्री और गृह मंत्रियों के साथ ही राज्यों की पुलिस के तमाम बड़े अफसर भी शामिल हुए हैं। इसी चिंतन शिविर में यह वाकया हुआ। इस शिविर में कानून और व्यवस्था के साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मसलों पर भी चर्चा हो रही है। अमित शाह के द्वारा अनिल विज को टोके जाने के वीडियो में दिखता है कि जब अनिल विज अपनी बात कह रहे थे तो अमित शाह ने उनसे कहा कि उनका 5 मिनट का वक्त था और वह 8:30 मिनट बोल चुके हैं, इसलिए आपको अपना भाषण संक्षिप्त करना पड़ेगा। इसके बाद अनिल विज हरियाणा में चल रही 112 नंबर की सेवा के बारे में बताने लगे। इस पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उन्हें फिर टोका और कहा कि कृपया वह अपना भाषण समाप्त करें और हमें समय का ध्यान रखना होगा। इसके बाद अनिल विज फिर से अपनी बात कहने लगे तो अमित शाह ने उन्हें फिर से इसके लिए टोका। गृह मंत्री अमित शाह के दायीं ओर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, केरल के मुख्यमंत्री पी. विजयन, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ ही तमाम बड़े अफसर और अन्य लोग बैठे हुए थे। अनिल विज ने जब उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया तो अमित शाह को बार-बार दखल देना पड़ा। अंत में शाह ने विज से कहा कि हमें कार्यक्रम आगे बढ़ाना पड़ेगा, आपका धन्यवाद। जब अमित शाह ने अनिल विज को बार-बार टोका तो इस दौरान वहां मौजूद तमाम मुख्यमंत्री और अन्य अफसर भी धीरे से मुस्कुराने लगे।

हरियाणा सरकार में शाह का रोल

अमित शाह गृहमंत्री होने के साथ ही बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे हैं और हरियाणा में 2014 और 2019 में बीजेपी की सरकार बनाने में उनकी अहम भूमिका रही है। इन दोनों चुनावों के दौरान वह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। 2014 में तो बीजेपी ने अकेले दम पर सरकार बनाई थी जबकि 2019 में उसे सरकार बनाने के लिए जरूरी बहुमत के लायक 46 सीटें नहीं मिल सकी थी। तब बीजेपी ने जननायक जनता पार्टी के साथ गठबंधन किया था और अभी भी राज्य में बीजेपी और जननायक जनता पार्टी की सरकार चल रही है। जननायक जनता पार्टी को बीजेपी के साथ लाने और दुष्यंत चौटाला को उप मुख्यमंत्री बनाने में भी शाह की भूमिका रही थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *