सक्ती जिला कलेक्टर नूपुर राशि पन्ना ने एक बार फिर से मानवता को मिसाल पेश किया है. उन्होंने सड़क दुर्घटना में घायल बच्चे को अपनी गोद में लेकर अस्पताल पहुंचने के साथ ही अपने वाहन में बच्चे के घायल माता-पिता को भी अस्पताल पहुंचाया है. कलेक्टर ने साबित किया है की हर जीवन महत्वपूर्ण है और कोई मानव छोटा या बड़ा नहीं होता है.
आपको बता दें कि कलेक्टर स्वामी आत्मानंद विद्यालय सक्ती का निरीक्षण कर वापस लौट रही थी. उस समय NH 49 में ग्राम डोंगिया मनप्रीत ढाबा के सामने एक एक्सीडेंट हुआ था. जिसमें ग्राम लवसरा निवासी छवि साहू पिता रेवती लाल साहू उम्र 22 वर्ष और उनकी पत्नी सुमनी साहू उम्र 21 वर्ष और उनका एक बच्चा मयंक साहू उम्र 2 वर्ष सहित रोड पर गंभीर हालत में घायल पड़े हुए दिखे. वहीं दो साल का उनका बालक मयंक साहू बिलख रहा था.
घायल दंपती के साथ बिलखते बच्चे को देखकर कलेक्टर नूपुर राशि पन्ना ने तत्काल अपनी गाड़ी रुकवाई. गाड़ी रुकते ही भारी बारिश में भी वे दौड़कर वहां पहुंची और बिलखते बच्चे को अपने सीने से लगा लिया. फिर गनमैन और ड्राइवर की मदद से घायल दंपती को अपनी ही गाड़ी में बैठाकर अस्पताल की ओर रवाना हुई.
कलेक्टर की गाड़ी में पहुंचे घायल दंपती को तत्काल अस्पताल स्टाफ ने भर्ती किया और प्राथमिक उपचार शुरू की. इस बीच कलेक्टर नुपूर राशि पन्ना मासूम बालक मयंक को अपनी गोद में लिए अस्पताल में जिम्मेदार अभिभावक की तरह खड़ी रही. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सूरज सिंह राठौर को घायलों का तत्काल इलाज करने सहित अन्य सुविधा उपलब्ध कराकर घायलों को जल्द से जल्द स्वस्थ करने निर्देशित किया.
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सूरज सिंह राठौर से प्राप्त जानकारी अनुसार सड़क दुर्घटना से घायल माता के सिर और नाक से अत्यधिक रक्त स्राव हो रहा था. जिस कारण वो कोमा में जा रही थी. साथ ही उनके पति के मुंह से रक्त स्राव हो रहा था. इन दोनों को समय में अस्पताल पहुंचा कर कलेक्टर ने मानवता का मिसाल कायम किया है. जिससे उन्हें त्वरित रूप से स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है. उन्होंने बताया कि सभी खतरे से बाहर है और सभी का इलाज चल रहा है. इसके साथ अपील की है कि सड़क दुघर्टना में कोई भी घायल व्यक्ति को सहयोग करे और नजदीकी अस्पताल पहुंचने में मदद करे.