बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने अपनी ही सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। आर्थिक विकास दर में गिरावट से लेकर ‘राष्ट्रीय सुरक्षा के कमजोर होने’ तक पर। स्वामी ने प्रधानमंत्री मोदी का नाम लेकर कहा है कि वह अपने 8 साल के कार्यकाल में नाकाम साबित हुए हैं। स्वामी ने एक ट्वीट कर कहा, ‘सत्ता में 8 वर्षों में हम देखते हैं कि मोदी आर्थिक विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने में विफल रहे हैं। इसके विपरीत 2016 के बाद से विकास दर में सालाना गिरावट आई है। राष्ट्रीय सुरक्षा बेहद कमजोर हुई है। मोदी चीन को लेकर बेख़बर हैं और यह समझ से परे है। ठीक होने की गुंजाइश है लेकिन क्या वह जानते हैं कि कैसे?’ वैसे, स्वामी मोदी सरकार पर अक्सर निशाना साधते रहे हैं। लेकिन आर्थिक मामलों में विफल क़रार देना मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों पर सवाल खड़े करता है। देश की जीडीपी विकास दर 2016 के बाद से जो गिरने का सिलसिला शुरू हुआ वह कोरोना काल में रसातल में पहुँच गया था। भारतीय अर्थव्यवस्था वित्तीय वर्ष 2020-2021 में शून्य से 7.3 प्रतिशत नीचे चली गई, यानी इसकी विकास दर -7.3 दर्ज की गई थी। नेशनल स्टैटेस्टिकल ऑफ़िस यानी एनएसओ ने इस आँकड़े को जारी किया था। मई 2021 में यह रिपोर्ट आई थी और तब कहा गया था कि यह पिछले 40 साल की न्यूनतम आर्थिक विकास दर है। वित्तीय वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही यानी अप्रैल 2020 से जून 2020 के दौरान विकास दर -24.38 सिकुड़ी थी यानी यह इतनी नेगेटिव में थी। वह आर्थिक विकास दर ठीक ऐसे समय पर दर्ज की गई थी जब नरेंद्र मोदी सरकार के सात साल पूरे हो गए थे। मोदी सरकार इस मौक़े पर बढ़-चढ़ कर दावे कर रही थी जबकि विपक्ष उस पर अर्थव्यवस्था चौपट कर देने का आरोप लगाता रहा है।