चार्टर्ड अकाऊंटेंट की रेवाड़ी, सिरसा व कैथल ब्रांच ने मिलकर ज्वाइंट तौर पर सी ए में रोजगार की संभावनाएं व टीडीएस टैक्स एक्ट के बारे में जानकारी सांझा करने के लिए ऑनलाइन कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम में 750 चार्टर्ड अकाऊंटेंट ने भाग लिया। कार्यक्रम में सी ए इंस्टीट्यूट के प्रधान सी ए निहार जंबुसरिया मुख्यातिथि थे। इस मौके पर मुख्यातिथि ने कहा कि आईसीएआई एक नई उड़ान की ओर प्रयासरत है और राष्ट्र निर्माण में आईसीएआई का प्रमुख सहयोग रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान सभी ब्रांचों द्वारा किए गए सामाजिक कार्यों के लिए सभी सी ए सदस्य बधाई के पात्र हैं। इस मुश्किल दौर में हमने अपने कई साथी खो दिए, लेकिन हम फिर से आगे बढऩे को तैयार हैं। इस मौके पर सी ए एसोसिएशन के उपप्रधान सी ए देबाशीश मित्रा ने कहा कि आईसीएआई पिछले 72 सालों से बिना किसी आपत्ती के परीक्षाएं करवा रहा है। कोरोना महामारी के दौरान भी आईसीएआई अच्छे ढंग से परीक्षाएं करवा रहा है। उन्होंने बताया कि आईसीएआई दुनियां की दूसरी सबसे बड़ी अकाऊंट बॉडी है और इस साल आईसीएआई भारत में अकाऊंटिंग का महाकुंभ लगाने जा रहा है। सभी इस महाकुंभ का आनंद लें। कार्यक्रम के संचालक सी ए संजीव सिंघल ने बताया कि आईसीएआई अपने सदस्यों और स्टूडेंट के लिए हमेशा काम करने के लिए बढ़ चढ़ कर भाग लेती है। इस कार्यक्रम में नॉर्थ रीजन सेंट्रल काऊंसिल से सी ए राजेश शर्मा, सी ए हंसराज चुघ, सी ए चरणजीत नंदा, सी ए संजीव सिंघल, सी ए प्रमोद जैन जी ने भी अपने विचार रखे। इस मौके पर सी ए अमित कुमार, रेवाड़ी ब्रांच चेयरमैन ने बताया कि ब्रांच सामाजिक कार्यों के लिए हमेशा तत्पर रहती है। जिसमें पौधारोपण, रक्तदान शिविर, वैक्सीनेशन कैंप शामिल हैं। सिरसा ब्रांच के चेयरमैन सी ए रितुन साहुवाला ने बताया कि सिरसा ब्रांच अपने स्तर पर बहुत ही अच्छे कार्यक्रम करवा रही है। जिसमें एमएसएमई के लिए सभी व्यापारियों को बुलाया गया, ताकि सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ मिल सके। सी ए गिरीश आहुजा, जोकि टैक्स गुरु के नाम से जाने जाते हैं, ने टीडीएस के बारे में अच्छे ढंग से समझाया और बताया कि टीडीएस एप्लीकेबल होने पर टीडीएस प्रोविजन नहीं लगाने चाहिए। कार्यक्रम के अंत में सी ए प्रसन्ना कुमार, उपप्रधान सीएमपी ऑफ आईसीएआई ने सभी का धन्यवाद किया।