1949 के बाद पहली बार सेना दिवस परेड दिल्ली से बाहर आयोजित

सेना दिवस परेड राजधानी दिल्ली से बाहर चली गई। यह परेड अब आज 15 जनवरी को बेंगलुरु में होने जा रही है। इसे बेंगलुरु के परेड ग्राउंड, एमईजी एंड सेंटर में आयोजित किया जा रहा है।2023 से पहले आर्मी डे परेड दिल्ली छावनी के करियप्पा परेड ग्राउंड में होती थी। पिछले साल, भारतीय वायु सेना ने भी अपना वार्षिक फ्लाई-पास्ट और वायु सेना दिवस के लिए दिल्ली के पास हिंडन एयर बेस से चंडीगढ़ तक परेड निकाली थी।75वां सेना दिवस अपनी तरह का पहला आयोजन होगा, जो 1949 में समारोह शुरू होने के बाद से दिल्ली के बाहर हो रहा है। सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे आज रविवार को परेड की समीक्षा करेंगे और वीरता पुरस्कार देंगे। इसके मौके पर सेना सेवा कोर (ASC) टॉरनेडो एक साहसी मोटरसाइकल प्रदर्शन, पैराट्रूपर्स की स्काईडाइविंग का प्रदर्शन, डेयरडेविल जंप और सेना उड्डयन कोर की ओर से हेलीकॉप्टरों का फ्लाई पास्ट आयोजित किया जाएगा।सेना दिवस हर साल 15 जनवरी को उस अवसर की याद में मनाया जाता है जब जनरल (बाद में फील्ड मार्शल) केएम करियप्पा ने 1949 में जनरल सर फ्रांसिस रॉबर्ट रॉय बुचर से भारतीय सेना की कमान संभाली थी। वो सेना के अंतिम ब्रिटिश कमांडर-इन-चीफ थे। केएम करियप्पा भारतीय सेना के पहले सेना प्रमुख बने। साउथ कमान के स्टेशन कमांडर का कहना है कि यह परेड समाज के साथ गहरे जुड़ाव को और बेहतर बनाने के लिए भारत में विभिन्न फील्ड कमानों पर आयोजित की जाएगी। इस वर्ष, समारोह साउथ कमान की देखरेख में होगा, जिसका मुख्यालय पुणे में है।

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