3 साल बाद भारत आएंगे दक्षिण अफ्रीका से 12 चीते

— शनिवार को पहुंचेंगे एमपी के कूनो नेशनल पार्क


इससे पहले, चीतों को भारत लाने की योजना को एक बार स्थगित करना पड़ा था और लिम्पोपो प्रांत के एक सैंक्चुअरी में इन चीतों को पृथकवास में रखा गया था.


 रणघोष अपडेट. जोहानिसबर्ग


भारत सरकार ने पहली बार करीब तीन साल पहले दक्षिण अफ्रीका से देश में चीतों को लाने का विचार रखा था और अब शनिवार को इस कवायद के पूरा होने की उम्मीद के बीच ये चीते भारत लाये जाएंगे.हालांकि, पड़ोसी नामीबिया से आठ चीते पिछले साल सितंबर में भारत भेजे गए थे। इससे पहले, चीतों को भारत लाने की योजना को एक बार स्थगित करना पड़ा था और लिम्पोपो प्रांत के एक सैंक्चुअरी में इन चीतों को पृथकवास में रखा गया था.दक्षिण अफ्रीका में ‘चीता मेटापोपुलेशन’ के कोर्डिनेटर विंसेंट वान डेर मेरवे ने बताया कि जनवरी 2020 में हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार को प्रायोगिक तौर पर दक्षिण अफ्रीकी चीतों को भारत में एक अनुकूल आवास में रखने की अनुमति दी थी ताकि यह देखा जा सके कि वे यहां के माहौल में ढल सकते हैं या नहीं.यह फैसला राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) द्वारा दायर एक याचिका की सुनवाई के दौरान आया, जिसमें नामीबिया से दक्षिण अफ्रीकी चीतों को भारत लाने की अनुमति का अनुरोध किया गया था.इस फैसले के एक महीने बाद एनटीसीए एवं भारतीय वन्यजीव संस्थान (डब्ल्यूआईआई) ने भारत में चीतों को लाने के संबंध में प्रिटोरिया विश्वविद्यालय में पशु चिकित्सा विज्ञान संकाय के डॉ. लीथ मेयर और डॉ. एड्रियन टोर्डिफ से संपर्क किया.टोर्डिफ ने जुलाई 2022 में डब्ल्यूआईआई को वान डेर मेरवे के संपर्क में बनाए रखा, जिसके बाद चीता स्थानांतरण के पहले प्रयास के तहत दक्षिण अफ्रीका के मत्स्य पालन, फॉरेस्ट्री और पर्यावरण विभाग से भारत को 12 चीतों की आपूर्ति का अनुरोध किया गया.मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान (केएनपी) में 12 चीतों का दूसरा ग्रुप दक्षिण अफ्रीका से 18 फरवरी, शनिवार को भारत पहुंचेगा.भारत में चीतों को बसाने के योजना के तहत इससे पहले फरवरी में नामीबिया से आठ चीते केएनपी में लाए गए थे.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *