कोरोना गया नहीं कि नया खतरा , रूस में पहली बार इंसानों तक पहुंचा बर्ड फ्लू

कोरोना संक्रमण से लड़ रही दुनिया की चिंता बढ़ सकती है। रूस ने शनिवार को कहा है कि उसके वैज्ञानिकों ने बर्ड फ्लू H5N8 स्ट्रेन का मानव तक में हुए ट्रांसमिशन का पता लगाया है। यह पहली बार है जब बर्ड फ्लू का यह स्ट्रेन इंसानों में पाया गया है। इसके बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन को अलर्ट कर दिया गया है। रूसी स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा, ”बर्ड फ्लू (H5N8) का संक्रमण मानव तक पहुंचने की सूचना विश्व स्वास्थ्य संगठन को दे दी गई है।”बर्ड फ्लू का यह स्ट्रेन बेहद संक्रामक है और पक्षियों के लिए जानलेवा होता है, लेकिन यह पहले कभी इंसानों में नहीं फैला था। रूस के स्वास्थ्य निगरानी विभाग के प्रमुख अन्ना पोपोवा ने कहा कि इसके वैज्ञानिकों ने वेक्टर लैब में एक पोल्ट्री फार्म के सात कर्मचारियों से स्ट्रेन का जेनेटिक मैटिरियल आइसोलेट किया है। यहां दिसंबर में बर्ड फ्लू फैला था।  उन्होंने यह भी कहा कि इन कर्मचारियों के स्वास्थ्य पर कोई गंभीर प्रभाव नहीं दिखा है, उनमें हल्के लक्षण पाए गए थे और रिकवर कर चुके हैं। पोपोवा ने इस खोज को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि यह समय बताएगा कि क्या वायरस म्यूटेट कर सकता है। पोपोवा ने कहा, ”ऐसे समय में इस म्यूटेशन की खोज अहम है जब वायरस में अभी मानव से मानव संक्रमण की क्षमता नहीं आई है, इससे हमें और पूरी दुनिया को संभावित म्यूटेशन के खिलाफ तैयारी का समय मिल गया है।”

डब्ल्यूएचओ की वेबसाइट के मुताबिक, ए  (एच5) वायरस से मानव संक्रमण दुर्लभ होते हैं और अक्सर उन लोगों में यह पाया जाता है जो बीमार या मरे हुए संक्रमित पक्षियों के संपर्क में रहते हैं। इससे इंसानों में भी गंभीर बीमारी या मौत हो सकती है। 2014 से नवंबर 2016 के बीच एवियन फ्लू H5N6 के 16 केस सामने आए हैं, जिनमें से 6 की मौत हो गई।

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