किसानों के बाद अब सैनिकों के पीछे पडी भाजपा सरकार: अजय सिंह यादव

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री कप्तान अजय सिंह यादव ने कहा कि शहीद सैनिकों की वीरता राष्ट्रवाद के नाम पर वोट बटोरने वाली मोदी सरकार देश के इतिहास की पहली सरकार है, जो सीमा पर रोजाना अपनी जान की बाजी लगाने वाले सैन्य अफसरों की पेंशन काटने सक्रिय सेवा के बाद उनके दूसरे करियर विकल्प पर डाका डालने की तैयारी में है। अपनी जान की बाजी लगाकर देश की सेवा करने वाले अधिकारियों की आधी पेंशन काटने की ऐसी निर्मम निर्दयी प्रस्तावना केवल सेना विरोधी मोदी सरकार ही कर सकती है। उन्होंने कहा कि अगर मोदी सरकार की प्रस्तावना लागू हो जाएगी तो सदा के लिए 65 प्रतिशत सैन्य अफसरों का दूसरा करियर विकल्प भी खत्म हो जाएगा। मोदी सरकार जो नई प्रस्तावना लाई है उसके अनुसार केवल उस अफसर को पूरी पेंशन मिलेगी जिसने 35 साल से अधिक सेना की सेवा की हो और सेना के 90 प्रतिशत अफसर तो 35 साल की सेवा से पहले ही रिटायर हो जाते हैं।

इस प्रकार मोदी सरकार के इस षडयंत्र से 90 प्रतिशत सेना के अफसर अपनी पूरी पेंशन से वंचित रहे जाएगें।  कप्तान ने कहा कि मोदी सरकार के इस नए फरमान से युवाओं का सेना में भर्ती होने के प्रति आकर्षण घटेगा और सेना का भी मनोबल टूटेगा। सच्चाई यह है कि पिछले 6 साल से मोदी सरकार लगातार सेना विरोधी कार्य कर रही है। वन रैंक, वन पेंशन पर भी मोदी सरकार ने धोखेबाजी की है। मोदी सरकार को 30 लाख सैनिकों को धोखा देने की बजाय, कांग्रेसयुपीए सरकार का 26 फरवरी 2014 का आदेश लागू करना चाहिए एक ही रैंक से रिटायर होने वाले सभी सैंनिकों को एक समान पेंशन देनी चाहिए। यादव ने कहा कि भाजपाजजपा गठबंधन प्रदेश सरकार ने तो जैसे प्रदेश को बर्बाद करने का ठेका ही ले लिया है।

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