छात्र संगठन छोड़ जेजेपी में प्रधान महासचिव बने दिग्विजय चौटाला ने उतारी कोरोना जनसेवकों की टीम

जेजेपी में पद मिलने पर सक्रिय हुए दिग्विजय चौटाला, 500 कार्यकर्ताओं के साथ करेंगे कोरोना पीड़ितों की मदद


एक सप्ताह के लॉकडाउन की घोषणा के साथ ही आम लोगों की सहायता के लिए जननायक जनता पार्टी के नवनियुक्त प्रदेश प्रधान महासचिव दिग्विजय चौटाला ने मोर्चा संभाल लिया हैं। दिग्विजय चौटाला के नेतृत्व में सैकड़ों युवा सभी जिलों में जेजेपी द्वारा हेल्पलाइन नंबर जारी कर जरूरतमंदों की सहायता करेंगे। जिला स्तर पर कार्यकर्ताओं के जरिये जरूरतमंदों तक ऑक्सीजन, बेड, प्लाज्मा, मास्क, सेनेटाइजर, राशन तथा आवश्यक वस्तुओं संबंधित मदद पहुंचाई जाएगी। इससे पहले पिछले वर्ष भी लॉकडाउन के दौरान दिग्विजय चौटाला के नेतृत्व में इनसो और युवा जेजेपी ने लॉकडाउन में फंसे लोगों तक मदद पहुंचाई थी।दिग्विजय चौटाला के बीते सप्ताह ही जेजेपी में प्रदेश प्रधान महासचिव की जिम्मेदारी मिली है। इससे पहले 8 वर्षों तक वे छात्र संगठन इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे हैं और इनसो के जरिये उन्होंने नेत्रदान, रक्तदान, रोजगार, उच्च शिक्षा, छात्र संगठन चुनाव जैसे विषयों पर विभिन्न आंदोलन भी चलाए और कामयाबी हासिल की। इसी अनुभव का इस्तेमाल कर बीते एक वर्ष से दिग्विजय कोरोना आपदा के दौरान आम लोगों की मदद करते रहे हैं।पिछले वर्ष भी कोरोना महामारी के चलते लगे लॉकडाउन में जेजेपी ने दिग्विजय चौटाला के नेतृत्व में प्रदेशभर में हेल्पलाइन शुरू की थी, जिसे दिग्विजय ने निरंतर मॉनिटर करते हुए लॉकडाउन में फंसे लोगों तक हर संभव मदद पहुंचाई। संकट के समय में इनसो से जुड़े युवाओं ने प्रदेशभर में अपनी हेल्पलाइन के जरिये राहत पहुंचाने का कार्य किया। जरूरतमंदों तक राशन आदि आवश्यक समान पहुंचाने के साथ-साथ सेनेटाइजर, मास्क आदि बांटकर कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ी जा रही लड़ाई को और मजबूत किया।

कम उम्र में दिग्विजय ने अपने संघर्ष के दम पर न केवल छात्र संगठन इनसो को नये मुकाम पर पहुंचाया बल्कि जेजेपी की एक मजबूत कड़ी बने। जेजेपी के गठन से लेकर अब तक के ढाई साल के सफर में दिग्विजय हर मुश्किल वक्त पर संगठन के साथ खड़े रहे हैं। दिग्विजय को इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेवारी 5 अगस्त 2013 में सौंपी गई थी और इसके बाद उन्होंने राजनीति के क्षेत्र में पलट कर नहीं देखा। इनसो राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालते ही दिग्विजय सिंह चौटाला ने प्रदेशभर में “युवा चेतना यात्रा” निकालकर युवाओं के हक में आवाज बुलंद की तथा साधारण परिवार से जुड़े युवाओं को राजनीति में अपनी सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया। दिग्विजय चौटाला के नेतृत्व में इनसो ने प्रदेश के छात्रों में एक नई पहचान बनाई और युवाओं, छात्रों के अधिकारों के लिए हर मंच पर लगातार संघर्ष किया।दिग्विजय सिंह चौटाला न केवल छात्र हितों को लेकर लगातार संघर्षरत रहे बल्कि इनसो को सामाजिक गतिविधियों में भी अग्रणी रखा। उन्होंने रोहतक में दिसंबर, 2013 में सर्वाधिक 10 हजार 883 लोगों को नेत्रदान करवा कर इनसो का नाम गिनीज बुक ऑफ रिकार्ड्स में नाम दर्ज करवाया। दिग्विजय चौटाला ने हर वर्ष इनसो के स्थापना दिवस को सामाजिक सरोकार से जोड़कर मनाने का कार्य किया। पिछले वर्ष इनसो के 18वें स्थापना दिवस पर कोरोना महामारी के समय में खून की जरूरत को देखते हुए प्रदेशभर में रक्तदान शिविर आयोजित कर करीब पांच हजार यूनिट रक्त एकत्रित किया। साथ ही सभी जिलों में पर्यावरण संतुलन के लिए 15 हजार से अधिक पौधे लगाए। इतना ही नहीं कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने की दिशा मजबूत कदम उठाते हुए प्रदेशभर में गांव, शहर, कस्बों को सेनेटाइज करने का काम किया। इसके अलावा हर वर्ष रक्तदान शिविर, पौधा रोपण, आवारा पशुओं की सुरक्षा तथा सड़क हादसों को रोकने के लिए रिफ्लेक्टर लगाने, खेल व शिक्षा क्षेत्र से जुड़े युवाओं को सम्मानित कर उन्हें प्रोत्साहित करने जैसे कार्यक्रमों का निरंतर आयोजन करवाया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *